असगंध का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- असगंध के पचास साठ पत्तों को पीसकर सांप के काटे पर लगायें।
- छोटी असगंध का क्षुप छोटा , परन्तु मूल बड़ा होता है ।
- बराबर मात्रा में असगंध और विधारा को पीसकर इसका चूर्ण बना लें।
- 50 ग्राम असगंध नागोरी कूट-छान कर उसमें 50 ग्राम खांड़ मिला लें।
- शतावरऔर असगंध ( अश्वगंध) का चूर्ण दूध के साथ रोजाना सेवन करने से लाभ होगा
- असगंध की जड़ में एक उड़नशील तेल तथा बिथेनिओल नामक तत्व पाया जाता है।
- असगंध एक वर्ष तक यथाविधि सेवन करने से शरीर रोग रहित हो जाता है।
- * शतावर और असगंध का चूर्ण दूध के साथ रोजाना सेवन से लाभ होगा।
- बराबर मात्रा में असगंध और विधारा को लेकर और पीसकर इसका चूर्ण बना लें।
- त्रिकटु , पुष्करमूल, रास्रा और असगंध के 25 ग्राम चूर्ण का 2 कप पानी