असामाजिक कार्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- विभिन्न चैनलों पर धड़ाधड़ दिखाए जा रहे स्टिंग आपरेशन कई तरह के होते है , जिनमें पहले से गैरकानूनी या असामाजिक कार्य करने वालों को लगाया जाता है फिर बड़े तरीके से पुख्ता सबूतों के साथ फंसा लिया जाता है।
- प्रवचन के अंत मैं उन्होंने कहा की मुझे बचन दो की बिना कारण के कभी भी किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचोगे न ही इस साधना के माध्यम से कोई असामाजिक कार्य करोगे , हमने प्रसन्नता पूर्वक आज्ञा स्वीकार की |
- कम से कम यह तो किया ही जा सकता है कि उसे यह पता चले कि हम उसकी इन चालाकियों को समझते हैं और उसका यह असामाजिक कार्य उसके सामाजिक बहिष्कार का कारण बनाया जा सकता है , उसकी वाज़िब कमाई को भी खतरे में डाल सकता है।
- समाज में सामाजिक व्यवस्थाओं को बनाये रखने के लिए मनमर्जी से काम करने वालों अथवा असामाजिक कार्य करने वालों को नियंत्रित किये जाने की आवश्यकता होती है , यदि ऐसा न किया जावे तो स्थापित मान्यताये, विश्वास, परम्पराए और मर्यादाएं ख़त्म हो जावेंगी और जंगल राज स्थापित हो जायेगा।
- समाज में सामाजिक व्यवस्थाओं को बनाये रखने के लिए मनमर्जी से काम करने वालों अथवा असामाजिक कार्य करने वालों को नियंत्रित किये जाने की आवश्यकता होती है , यदि ऐसा न किया जावे तो स्थापित मान्यताये, विश्वास, परम्पराए और मर्यादाएं ख़त्म हो जावेंगी और जंगल राज स्थापित हो जायेगा।
- एक तरफ सत्ताधारी नेताओं का यह संगठन अपनी-अपनी चालें चलते हुए भारत में अपनी साख बनाए रखने के लिए कई असामाजिक कार्य करते हैं जैसे कि कुछ ही दिनों पूर्व हुए इंदौर और सूरत में हुए बम विस्फोट , दंगे यह सब एक चाल भी हो सकती है अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी बचाने के लिए।
- असंतुलित विचारों से ग्रसित कई व्यक्ति आये दिन असामाजिक कार्य करके और दूषित विचार व्यक्त करते हुए राजनीति में स्थान बना रहे हैं तो कई सामान्य नैन-नक्श वाली मगर कैमरे के ग्लैमर से उभारी गयीं मीडिया-जनित सुंदरियां बिना किसी विशिष्ट अभिनय के भी बॉलीवुड में निरंतर किसी न किसी तरह चर्चा के केंद्र में रहती हैं।
- असंतुलित विचारों से ग्रसित कई व्यक्ति आये दिन असामाजिक कार्य करके और दूषित विचार व्यक्त करते हुए राजनीति में स्थान बना रहे हैं तो कई सामान्य नैन-नक्श वाली मगर कैमरे के ग्लैमर से उभारी गयीं मीडिया-जनित सुंदरियां बिना किसी विशिष्ट अभिनय के भी बॉलीवुड में निरंतर किसी न किसी तरह चर्चा के केंद्र में रहती हैं।
- किसी समस्या के समय सभी परिजन उसका साथ देते हैं और सामूहिक दबाव भी पड़ता है कोई भी सदस्य असामाजिक कार्य नहीं कार पता , बुजुर्गों के भय के कारण शराब जुआ या अन्य कोई नशा जैसी बुराइयों से बचा रहता है उपरोक्त विश्लेषण से स्पष्ट है की संयुक्त परिवार की अपनी गरिमा होती अपना ही महत्त्व होता है
- यदि ऐसा संभव है तो सिर्फ पूजा अर्चना द्वारा खुशियाँ प्राप्त कर लेने की धारणा इन्सान को निष्क्रिय बनाने की प्रेरणा स्रोत नहीं बन जाती ? यानि पहले अनैतिक , अवैधानिक , असामाजिक कार्य कर अपने भौतिक उद्देश्य प्राप्त कर लें , तत्पश्चात इश्वर के दरबार में जाकर सारे पापों , सारे दुष्कर्मों से मुक्ति पा लें , दान जैसे धार्मिक कृत्य द्वारा अपने असंगत कार्यों पर पर्दा डाल दिया जाय।