आचारहीन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मृत्युकाल में आचारहीन मनुष्य को वेद वैसे ही छोड़ देते हैं , जैसे पंख उगने पर पक्षी अपने घोंसले को।
- मनुस्मृति भी यही कहती है कि ' आचारहीन न पुनन्ति वेदा' -अर्थात आचारहीन व्यक्ति को वेद भी पवित्र नहीं कर सकते.
- मनुस्मृति भी यही कहती है कि ' आचारहीन न पुनन्ति वेदा' -अर्थात आचारहीन व्यक्ति को वेद भी पवित्र नहीं कर सकते.
- मनुस्मृति भी यही कहती है कि ' आचारहीन न पुनन्ति वेदा' -अर्थात आचारहीन व्यक्ति को वेद भी पवित्र नहीं कर सकते.
- 5-8 ) , क्योंकि यवनों के प्रभाव के कारण शुद्धाचार की दृष्टि से उस युग में यह नितांत आचारहीन बन गया था।
- साध्वि ! जो अपने धर्म का पालन नहीं करते , वे आचारहीन , कामलोलुप लोग अवश्य ही नरक में जाते हैं।
- मनुस्मृति भी यही कहती है कि ' आचारहीन न पुनन्ति वेदा ' -अर्थात आचारहीन व्यक्ति को वेद भी पवित्र नहीं कर सकते .
- मनुस्मृति भी यही कहती है कि ' आचारहीन न पुनन्ति वेदा ' -अर्थात आचारहीन व्यक्ति को वेद भी पवित्र नहीं कर सकते .
- मनुस्मृति भी यही कहती है कि ' आचारहीन न पुनन्ति वेदा ' -अर्थात आचारहीन व्यक्ति को वेद भी पवित्र नहीं कर सकते .
- यहाँ तक कि दैत्य-दानवों ने भी भगवान शुक्राचार्य को ही यह आसन दिया था , न कि किसी अशिक्षित या आचारहीन को भी।