आत्मसिद्धि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- लेकिन इतना जानती हूं कि प्रेम , सुरक्षा , आत्मसम्मान और आत्मसिद्धि का मूल केन्द्र अहं होता है - ये मेरा है , मेरी दुनिया , मेरी बात , मेरी गुरूर , मेरे ख्वाब , मेरी इच्छाएं , मेरा स्वार्थ - इन सबसे जुड़ा हुआ अहं का बोध।
- लेकिन इतना जानती हूं कि प्रेम , सुरक्षा , आत्मसम्मान और आत्मसिद्धि का मूल केन्द्र अहं होता है - ये मेरा है , मेरी दुनिया , मेरी बात , मेरी गुरूर , मेरे ख्वाब , मेरी इच्छाएं , मेरा स्वार्थ - इन सबसे जुड़ा हुआ अहं का बोध।
- भागवत में , गीता में , शास्त्रों में सच्चाई से भक्ति करने वाले भक्तों का , योगसाधना करके योगसिद्धि पाने वाले योगियों का और आत्मविचार करके आत्मसिद्धि को पाये हुए ब्रह्मवेत्ताओं का वर्णन तो मिलता है किंतु कलियुगी भगवानों की बात न गीता में , न भागवत में और न किन्हीं पवित्र शास्त्रों में ही है।
- अराधना भवन में विराजित मुनिराज रत्नविजय एवं पन्यास प्रवर रत्न ज्योति विजय ने धर्मसभा में कहा कि ज्ञान का सर्वप्रथम लक्ष्मधर्म की प्राप्ति है और मानव विशिष्ट ज्ञानी है उसे तो धर्मा चरण से आत्मसिद्धि का लक्ष्य बनाना चाहिए , आत्मा को स्वाधीनता मिले इसके लिए जड़ चेतन का संयोग बहुत समय से चलता आ रहा है ।