आनन्दवर्धन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आचार्य आनन्दवर्धन , काव्यशास्त्र में ध्वनि सम्प्रदाय के प्रवर्तक के रूप में प्रसिद्ध हैं।
- संत ज्ञानेश्वर · आनन्दवर्धन · महाराज विद्यानंद · विट्ठलनाथ · बसव · स्वामी रामतीर्थ
- यह आख्यान आनन्दवर्धन के शब्दों का सहारा लूं तो “साधारण में असाधारण की प्रतिष्ठा”
- निर्णयात्मक काल- आठवीं शताब्दी से दसवीं शताब्दी तक ( आचार्य आनन्दवर्धन से आचार्य मम्मट तक)
- यहां के महान मनीषीयों में पतञ्जलि , दृढबल, वसुगुप्त, आनन्दवर्धन, अभिनवगुप्त, कल्हण, क्षेमराज आदि हैं।
- अंकुश व्यवस्था को अपनाते हैं तो वह हमारे जीवन के आनन्दवर्धन में सहायक सिद्ध होगा।
- आचार्य आनन्दवर्धन कश्मीर के निवासी थे और ये तत्कालीन कश्मीर नरेश अवन्तिवर्मा के समकालीन थे।
- साथ ही मेलाधिकारी आनन्दवर्धन तथा मेला डीआईजी आलोक शर्मा भी इस कार्यक्रम मे शामिल हुए।
- 2 . रचना काल- छठवीं शताब्दी से आठवीं शताब्दी तक (आचार्य भामह से आचार्य आनन्दवर्धन तक)
- आचार्य आनन्दवर्धन कश्मीर के निवासी थे और ये तत्कालीन कश्मीर नरेश अवन्तिवर्मा के समकालीन थे।