आपस्तंब का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आपस्तंब धर्मसूत्र ( २.९.२१.१) के अनुसार गार्हस्थ्य, आचार्यकुल (=ब्रह्मचर्य), मौन तथा वानप्रस्थ चार आश्रम थे।
- इनमें कात्यायन , आश्वलायन, आपस्तंब, बोधायन, गौतम आदि महर्षियों के ग्रंथ आज भी उपलब्ध हैं।
- इनमें कात्यायन , आश्वलायन , आपस्तंब , बोधायन , गौतम आदि महर्षियों के ग्रंथ आज भी उपलब्ध हैं।
- इनमें कात्यायन , आश्वलायन , आपस्तंब , बोधायन , गौतम आदि महर्षियों के ग्रंथ आज भी उपलब्ध हैं।
- आपस्तंब धर्मसूत्र ( 1.1.1.4) के अनुसार उसको आचार्य इसलिए कहा जाता है कि विद्यार्थी उससे धर्म का आचयन करता है।
- पंचद्राविड़ ब्राह्मणों में कृष्ण यजुर्वेद की अनेक शाखाओं से तथा सूत्रों के ब्राह्मण मिलते हैं , जैसे तैत्तिरि, आपस्तंब बौधायन आदि।
- आपस्तंब धर्मसूत्र ( 1.1.1.4 ) के अनुसार उसको आचार्य इसलिए कहा जाता है कि विद्यार्थी उससे धर्म का आचयन करता है।
- आपस्तंब धर्मसूत्र में तो मंत्र और ब्राह्मण ( ब्राह्मण , आरण्यक और उपनिषद ) का संयोजन ही वेद कहा गया है।
- इसे लिखने से पूर्व उन्होंने आपस्तंब धर्म सूत्र का उद्धरण भी दिया था ताकि आप जैसा दुराग्रह कोई कर ही न पाए।
- इसे लिखने से पूर्व उन्होंने आपस्तंब धर्म सूत्र का उद्धरण भी दिया था ताकि आप जैसा दुराग्रह कोई कर ही न पाए।