आस्ताँ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शाख़ पर ख़ून-ए-गुल रवाँ है वही शोख़ी-ए-रंग-ए-गुलसिताँ है वही सर वही है तो आस्ताँ है वही जाँ वही है तो जान-ए-जाँ है वही
- हर आस्ताँ पे अपनी जबीने-वफ़ा न रख दिल एक आईना है इसे जा-ब-जा न रख ( लाल चंद प्रार्थी ' चाँद ' कुल्लुवी )
- ना वो हर चमन का फूल थी ना वो किसी रास्ते का धूल थी ना थी वीराने में कोई आस्ताँ वो थी गुजर गयी एक दास्ताँ।
- ना वो हर चमन का फूल थी ना वो किसी रास्ते का धूल थी ना थी वीराने में कोई आस्ताँ वो थी गुजर गयी एक दास्ताँ।
- ( शायर पता नहीं ) ( २ ) मै तेरे आस्ताँ के सामने से क्यों गुज़रूँ जब नहीं सीढियाँ , तू छत पे कैसे आएगी ।
- ना वो हर चमन की फूल थी ना वो किसी रास्ते की धूल थी ना थी वीराने में कोई आस्ताँ वो थी गुजर गयी एक दास्ताँ .
- ना वो हर चमन की फूल थी ना वो किसी रास्ते की धूल थी ना थी वीराने में कोई आस्ताँ वो थी गुजर गयी एक दास्ताँ .
- मिरे सर से तुम्हारी आस्ताँ तक तुम्हीं कह दो कि कितना फ़ासला है ? तिरे जानिब से तूफ़ान-ए-जफ़ा हैं मिरे जानिब चिराग़-ए-हौसला है नज़र आती नहीं मंज़िल कहीं भी अजब ये ज़िन्दगी का क़ाफ़िला है?
- हमेशा की तरह बहुत ही अच्छी लगी . गायब वाला शब्द है .... आस्ताँ . आज सब लोगों के साथ सुमीत जी नहीं दिख रहे , कहाँ गये या रह गये ? अक्सर आते-आते रुक जाते हैं ...
- हमेशा की तरह बहुत ही अच्छी लगी . गायब वाला शब्द है .... आस्ताँ . आज सब लोगों के साथ सुमीत जी नहीं दिख रहे , कहाँ गये या रह गये ? अक्सर आते-आते रुक जाते हैं ...