इंकिलाब का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- स्वतंत्र भारत में स्वयं प्रगतिशील लेखक संघ के संगठनकर्ता सज़्ज़ाद ज़हीर ने अपने जीवित रहते-रहते ही देख लिया था और कहा था- ' अवाम की इच्छाशक्ति , विवेक और समझदारी को काम में लाए बिना वह सामूहिक क्रिया असंभव है जिसे ' इंकिलाब ' कहते हैं।
- स्वतंत्र भारत में स्वयं प्रगतिशील लेखक संघ के संगठनकर्ता सज़्ज़ाद ज़हीर ने अपने जीवित रहते-रहते ही देख लिया था और कहा था- ' अवाम की इच्छाशक्ति , विवेक और समझदारी को काम में लाए बिना वह सामूहिक क्रिया असंभव है जिसे ' इंकिलाब ' कहते हैं।
- यह इरादों का अदलना बदलना और उन के तग़ैयुर व इंकिलाब ( परिवर्तन एवं क्रांन्ति ) का रुनुमा ( प्रकट ) होना इस की दलील ( प्रमाण ) है कि हमारे इरादों पर एक बाला दस्त क़ुव्वत कारफ़रमा ( उच्चतम शक्ति कार्यरत ) है जो उन्हें अदम से वजूद ( अनस्तित्व से अस्तित्व ) और वजूद से अदम ( अस्तित्व से अनस्तित्व ) में लाने की कुव्वत व ताकत ( शक्ति एवं सामर्थ्य ) रखती है।
- तुम अपनी ज़िन्दगी की हद ( सीमा ) से आगे नहीं बढ़ सकते और न उस चीज़ को हासिल ( प्रापंत ) कर सकते हो जो तुम्हारे मुकद्दर ( भाग्य ) में नहीं है , और तुम्हें मअलूम होना चाहिये कि यह ज़माना ( काल ) दो दिनों पर तक़्सीम ( विभाजित ) है , एक दिन तुम्हारे मुवाफ़िक़ ( पक्ष में ) और दिन तुम्हारा मुख़ालिफ़ ( विरोधी ) , और दुनिया ममलिक़तों ( हुकूमतों ) के इंकिलाब व इंतिक़ाल ( क्रान्ति एवं स्थानान्तरण ) का घर है।
- वह लिखते हैं- ' मुल्क के बँटवारे से जो इंकिलाब बरपा हुआ, उससे मैं एक अरसे तक बाग़ी रहा और अब भी हूँ…मैंने उस खून के समन्दर में गोता लगाया और चंद मोती चुनकर लाया- अर्के-इन्फ़िआल(लज्जित होने पर छूटने वाले पसीने) के और मशक़्क़त(श्रम) के, जो उसने अपने भाई के खून का आखिरी क़तरा बहाने में सर्फ़(खर्च) की थी; उन आँसुओं के, जो इस झुँझलाहट में कुछ इंसानों की आँखों से निकले थे कि वह अपनी इंसानियत क्यों खत्म नहीं कर सके! ये मोती मैंने अपनी किताब 'सियाह हाशिये' में पेश किए।