इंतिक़ाल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आपने ख़त पर मेरा नाम तो देख ही लिया होगा , जिस बरस यानी 1955 में आपका इंतिक़ाल हुआ , मैं हाफ़िज़ाबाद के हाईस्कूल में मैट्रिक के इम्तिहान की तैयारी कर रहा था , मेरा पुख्ता इरादा था कि इम्तिहान से फ़ारिग़ होकर लाहौर ख़ाला के यहां जाऊँगा और आपसे मिलने या कम अज़ कम आपको देखने की कोई राह निकालूँगा , मगर अफ़सोस मेरे इम्तिहानात शुरू होने से पहले आपका इंतिक़ाल हो गया।
- आपने ख़त पर मेरा नाम तो देख ही लिया होगा , जिस बरस यानी 1955 में आपका इंतिक़ाल हुआ , मैं हाफ़िज़ाबाद के हाईस्कूल में मैट्रिक के इम्तिहान की तैयारी कर रहा था , मेरा पुख्ता इरादा था कि इम्तिहान से फ़ारिग़ होकर लाहौर ख़ाला के यहां जाऊँगा और आपसे मिलने या कम अज़ कम आपको देखने की कोई राह निकालूँगा , मगर अफ़सोस मेरे इम्तिहानात शुरू होने से पहले आपका इंतिक़ाल हो गया।
- तुम अपनी ज़िन्दगी की हद ( सीमा ) से आगे नहीं बढ़ सकते और न उस चीज़ को हासिल ( प्रापंत ) कर सकते हो जो तुम्हारे मुकद्दर ( भाग्य ) में नहीं है , और तुम्हें मअलूम होना चाहिये कि यह ज़माना ( काल ) दो दिनों पर तक़्सीम ( विभाजित ) है , एक दिन तुम्हारे मुवाफ़िक़ ( पक्ष में ) और दिन तुम्हारा मुख़ालिफ़ ( विरोधी ) , और दुनिया ममलिक़तों ( हुकूमतों ) के इंकिलाब व इंतिक़ाल ( क्रान्ति एवं स्थानान्तरण ) का घर है।
- बड़े-बड़े प्रभावशाली और बुलन्द मर्तबा आलिम , फ़ाज़िल सूफ़ी और औलिया वहां मौजूद थे ! उनकी मल्जिसें आलिमों और फाज़िलों से भरी रहती थी ! ख्वाज़ा ग़रीब नवाज़ र० अ० भी उनकी एक-एक महफ़िल में पहुंचते और फ़ैज़ हासिल करते रहे ! बग़दाद पहुंचकर हुज़ूर ख्वाज़ा ग़रीब नवाज़ र० अ० को मालुम हुआ कि उस ज़माने के बेमिस्ल आलिम शेख़ अबू नजीब सहरवरदी र० अ० और जनाब पीराने पीर दस्तगीर सैयद अब्दुल क़ादर जीलानी र० अ० इंतिक़ाल फ़रमा चुके थे ! ख्वाज़ा साहब र० अ० इन बुजुर्गों के मज़ार पर हाज़िर हुए और एतकाफ़ फ़रमाया !