इसराज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- लगभग दो शताब्दी पूर्व इसराज की उत्पत्ति के बाद अनेक ख्यातिप्राप्त इसराज-वादक हुए हैं।
- ताऊस ( मयूरी वीणा ) , इसराज अथवा दिलरुबा आदि ऐसे ही वाद्य हैं।
- ताऊस ( मयूरी वीणा ) , इसराज अथवा दिलरुबा आदि ऐसे ही वाद्य हैं।
- आकृति में यह परिवर्तन बंगाल में हुआ और यह इसराज नाम से लोकप्रिय हुआ।
- इन लोगों के साथ में ताशा , हारमोनियम , इसराज इत्यादि भी थे ।
- इन लोगों के साथ में ताशा , हारमोनियम , इसराज इत्यादि भी थे ।
- पंजाब का ' दिलरुबा' और बंगाल का 'इसराज' दरअसल एक ही वाद्य के दो नाम हैं।
- आइए अब हम आपको सुनवाते हैं पण्डित श्रीकुमार मिश्र का बजाया इसराज पर राग मधुवन्ती।
- सुर संगम में आज - इसराज की मोहक ध्वनि और पण्डित श्रीकुमार मिश्र | आवाज़
- इसराज का ही एक लघु रूप दिलरुबा है , जिसका प्रचलन पंजाब में खूब हुआ।