उन्माद रोग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अक्सर वे ही व्यक्ति उन्माद रोग के शिकार होते हैं जिनकी कामशक्ति का उचित विकास नहीं हो पाता।
- क्या है पागलप न उन्माद रोग कई प्रकार का होता है तथा कई कारणों से हो सकता है।
- चिकित्सा स्ट्रैमोनियम 3 एक्स , 6 , 30 - अत्यधिक क्रोधयुक्त अथवा डरावने उन्माद रोग में यह लाभकर है।
- ब्राह्मी का शरबत उन्माद रोग में लाभकारी होता है तथा गर्मियों में दिमाग को ठंडक प्रदान करता है .
- कुछ लोगों के मन में यह शंका घर कर गई कि स्वामिनीकदाचित् उन्माद रोग के चक्कर में पड़ गयी है .
- उन्माद रोग : किसी गहरी चिंता या भय से अधिक दिनों तक पीड़ित रहने पर उन्माद होग हो जाता है।
- अपने आप खुलने वाले द्वार से उन्माद रोग व अपने आप बंद होने वाले द्वार से कुल का विनाश होता है।
- चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार वात , पित्त और कफ के प्रकुपित होने पर मस्तिष्क को प्रभावित करने पर उन्माद रोग हो सकता है।
- * सर्पगंधा को कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर , 3 ग्राम चूर्ण गुलाब के जल के साथ सेवन करने से उन्माद रोग में बहुत लाभ होता है।
- सूतक ( संतान के जन्म लेने पर होनेवाली अशुचिता), अशौच (मृत्यु से होनेवाली अशुचिता), उन्माद, रोग और भय आदि कोई बाधा न हो तो प्रतिदिन ही संध्योपासना करनी चाहिए ।