उपवीत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- संस्कृत के उपवीत का शब्दार्थ है उपनयन संस्कार जो हिन्दुओं के प्रथम तीन वर्णों के लिए मान्य है।
- संस्कृत के उपवीत का शब्दार्थ है उपनयन संस्कार जो हिन्दुओं के प्रथम तीन वर्णों के लिए मान्य है।
- निवीत , आवीत और उपवीत मिलते हैं, इनमें से उपवीत विधि से उत्तरीय धारण करने का प्रचलन वेदों में था।
- निवीत , आवीत और उपवीत मिलते हैं, इनमें से उपवीत विधि से उत्तरीय धारण करने का प्रचलन वेदों में था।
- दोनों की सम्मिलित व्यवस्था का नाम ही गृहस्थ है , वैसे ही गायत्री- उपवीत का सम्मिलन ही द्विजत्व है।
- यज्ञ + उपवीत अर्थात यज्ञोपवीत संस्कृति का एक शब्द है जिसका अर्थ होता है यज्ञ द्वारा पवित्र किया गया सूत्र।
- यज्ञोपवीत ( संस्कृत संधि विच्छेद = यज्ञ + उपवीत ) शब्द के दो अर्थ हैं-उपनयन संस्कार जिसमें जनेऊ पहना जाता है ।
- पूरे यज्ञोपवीत की अपेक्षा दो- तिहाई छोटा अर्थात् एक- तिहाई लम्बाई का तीन लड़ वाला उपवीत केवल कण्ठ में धारण कराया जा सकता है।
- आसन , पाद्य , अ र्घ्यआचमनीय , स्नान , वस्त्र , उपवीत , गन्ध , पुष्प , धूप दीप , नैवेद्य , आरती और प्रदक्षिणा दें।
- आसन , पाद्य , अ र्घ्यआचमनीय , स्नान , वस्त्र , उपवीत , गन्ध , पुष्प , धूप दीप , नैवेद्य , आरती और प्रदक्षिणा दें।