ऋत्विज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ‘नान्य : पन्था विद्यतेस्नाय' ऋतुओं में ही यज्ञ करने से यज्ञ कर्ता का नाम ऋत्विज अर्थात ऋतुओं में यजन करने वाला प्रसिद्ध हुआ।
- की भांति आपको यज्ञ के साधन रूप , होता रूप, ऋत्विज रूप, प्रकृष्ट ज्ञानी रूप, चिर पुरातन और अविनाशी रूप मे स्थापित करतें है॥११॥
- इस बीच ब्रह्मा नामक ऋत्विज एक अक्ष के ऊपर स्थिर किए गए रथचक्र के ऊपर बैठकर उस चक्र का सर्पण करता है ।
- साधारण अर्थ- मै अग्नि क़ी प्रार्थना करता हूँ जो पुरोहित , होता एवं ऋत्विज तीनो को अर्थ , धर्म एवं मोक्ष देने वाला है .
- अर्थ - हम अग्निदेव की स्तुति करते हैं जो यज्ञ के पुरोहित , देवता, ऋत्विज, होता और याजकों को रत्नों से विभूषित करने वाले हैं ।।
- हम मनुष्यो की भांति आपको यज्ञ के साधन रूप , होता रूप, ऋत्विज रूप, प्रकृष्ट ज्ञानी रूप, चिर पुरातन और अविनाशी रूप मे स्थापित करतें है॥११॥ ५३०.
- हम ऋत्विज अपने सूक्ष्म वाक्यों ( मंत्र शक्ति) से व्यक्तियो मे देवत्व का विकास करने वाली महानता का वर्णन करते है; जिस महानता का वर्णन(स्तवन) ऋषियो ने भली प्रकार किया था॥१॥
- अर्थ - हम अग्निदेव की स् तुति करते हैं जो यज्ञ के पुरोहित , देवता , ऋत्विज , होता और याजकों को रत्नों से विभूषित करने वाले हैं ।।
- अर्थ - हम अग्निदेव की स् तुति करते हैं जो यज्ञ के पुरोहित , देवता , ऋत्विज , होता और याजकों को रत्नों से विभूषित करने वाले हैं ।।
- यज्ञ के ऋत्विज पद को लेकर निमिराजा के साथ षट्राग हुआ , दोनों ने एक दूसरे को श्राप दिया , परिणामस्वरूप दोनों की आत्मा शरीर त्याग कर ब्रह्मलोक में गयी।