कँगना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- लता मंगेशकर , मुकेश हम तुम युग-युग से ये गीत मिलन के गाते रहे हैं गाते रहेंगे हम तुम जग में जीवन साथी बनके आते रहे हैं आते रहेंगे जब-जब हमने जीवन पाया, जब-जब ये रूप सजा सजना हर बार तुम्हीं ने माँग भरी, तुमने ही पहनाया कँगना हम फूल बने या राख हुए, पर साथ नहीं छूटा अपना हर बार तुम्हीं तुम आन बसे, इन आँखों में बनके सपना हम तुम युग-युग...
- कभी कभार विवरण भी बताया गया जैसे मीना कपूर और साथियों की आवाज़ों में जयशंकर प्रसाद की रचना -अरूण यह मधुमय देश हमारा7 बजे भूले-बिसरे गीत कार्यक्रम में सुमन हेमाणी और कृष्णा कल्ले का गाया कमल राजस्थानी का लिखा यह गीत लगभग हम भूल से गए थे , बहुत-बहुत दिन बाद इस भूले बिसरे गीत को सुनना अच्छा लगा -गिरा मोरा कँगना सैंया के अँगनाहर दिन समापन कुन्दनलाल (के एल) सहगल के गीतों से होता रहा।
- पृथ्वी का नमक राजू भाई डॉट कॉम लालबहादुर का इंजन शह और मात राज गिल शरणार्थी राजा राधिकारमण प्रसाद सिंह कानों में कँगना राजा शिवप्रसाद सितारे-हिंद राजा भोज का सपना राजिन्दर सिंह बेदी लाजवन्ती राजी सेठ उसका आकाश ( ई-पुस्तक) किसका इतिहास तुम भी बाहरी लोग यहीं तक यात्रा-मुक्त राजू शर्मा कहानीकार राजेंद्र दानी इस सदी के अंत में एक सपना(ई-पुस्तक) राजेंद्र यादव अभिमन्यु की आत्महत्या राधाकृष्ण उसकी कहानी पागल राधावल्लभ त्रिपाठी जड़ें धूर्तोपाख्यान साधु और गणिका की कथा रामकुमार चेरी के पेड़ रामचंद्र शुक्ल ग्यारह वर्ष का समय रामदरश मिश्र सड़क रामलाल एक शहरी
- चाँद चले नहिं रात कटे , यह सेज जले जइसे अगियारी नागिन सी नथनी डसती, अरु माथ चुभे ललकी बिंदिया री ! कान का कुण्डल जोंक बना, बिछुआ सा डसै उँगरी बिछुआ री ! मोतिन माल है फाँस बना, अब हाथ का बंध बना कँगना री ! काजर आँख का आँस बना, अरु जाकर भाग के माथ लगा री ! हाथ की फीकी पड़ी मेंहदी, अब पाँव महावर छूट गया री ! काहे वियोग मिला अइसा, मछरी जइसे तड़पे है जिया री ! आए पिया नहि बीते कई दिन, जोहत बाट खड़ी दुखियारी .