कँवल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कबीर कँवल प्रकासिया , ऊगा निर्मल सूर ।
- रीता के चेहरे का कँवल नहीं खिल पाया।
- खिल उठे हैं सैकड़ों जैसे कँवल माहौल में।
- ले गया चुन कर कँवल कोई हठी युवराज
- हे सपनो का शीशमहल बाहों के खिलते कँवल
- ( ख ) कँवल न आछो अपनि बारी।
- एक नाज़ुक सा मैं शफ्फाफ़ कँवल हो जाऊं
- उसमें ४ भद व एक कँवल बनता है।
- गगन गरजि अमृत चुवै , कदली कँवल प्रकास ।
- चांद के हाथ से तारों के कँवल फिर गिरकर