कंठी माला का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उन्होंने ब्रज की प्राचीन कलाओं से संबंधित व्यवसाय मिट्टी की मूर्ति , सेलम पत्थर की मूर्ति , कपड़े पर लकड़ी के ब्लाक से छपाई , तुलसी की कंठी माला , कांच के मूंगा-मोती निर्माण को व्यवसाय के रूप में योजना में शामिल कराया है।
- होली में कंठी माला टूटा , खटिया टूट जाय , टूटै कंगनवा होली में , भौजी के संग ननदी बौराइल , उहे भागल जाय - भागल जाय, खोजे सजनवाँ होली में ........ अब गवई गवैयों द्वारा , विलुप्त हो रही इस विधा को सुनिए ...
- और यह एक ऐसी सीख है जो हम कभी नहीं भूलेंगे क्योंकि महाराज हमें पूरी चेतना में छोड़ के गए , पूर्ण चेतन अवस्था में जब उन के पास कंठी माला , तुलसी महारानी , भगवान् के पावन नाम संकीर्तन और भागवतम के श्रवण के अलावा और कुछ भी नहीं था।
- जहां तक कंठी माला पहन कर आध्यात्मिक होने की बात है तो एक चंदन की गोल मोतियों सी माला मैंने खादी भण्डार से खरीदी थी , घर लाते ही परिवार की भृकुटि तन गई ये क्या लाये हो उठाकर , हटाओ फेंको .... फालतू का भरमजाल लेकर चले आये : )
- जिसने अंग्रेजों के बढ़ते अत्याचार के खिलाफ सबसे पहले विद्रोह का बिगुल फूंका था , जिसे लोग शायद ही भूलना चाहेंगे कि हाथ में कंठी माला और कमंडल लेकर चलने वाले दुनिया से विरत लोगों ने देश की सुरक्षा के लिये न केवल तलवार उठाई बल्कि एक सशक्त सेना का भी गठन किया .
- आसा निराशा में बदली संस्कृति हुई बदनाम , जब शैतान बन के धरा पर आया आसा राम ! आया आसाराम , पाप उभर कर आया ! भगवा रंग कंठी माला उसे बचा न पाया ! बलात्कार के किस्से उसके दिनों दिन बढ़ रहे हैं , आश्रमों के काले धंधे बाहर निकल रहे हैं ! ! ३ !
- उन्होने संस्थान द्वारा आगामी समय में 6 दिवसीय निशुल्क तुलसी कंठी माला निर्माण प्रशिक्षण , 21 दिवसीय निशुल्क सिलाई एवं डेªस डिजायन प्रशिक्षण ( महिला ) , निशुल्क स्कूटर मोटर साईकिल मरम्मत प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 18 से 35 वर्ष के मथुरा जनपद निवासी बेरोजगार युवा उपरोक्त प्रशिक्षणो हेतु अपना पंजीकरण संस्था पर संपर्क कर करवा सकते है।
- छुपाछुपी ओ छुपी आगड़-बागड़ जाई रे चूहे मामा ओ मामा भाग बिल् ली आई रे बिल् ली बोली म् याऊं काहे घबराओ मैं तो चली काशी गले मिल जाओ मत हम को बना अरी मौसी तेरे दिल में जरूर है काला किसी और को दिखला जाके ये जोग , ये कंठी माला राम का नाम लो , आंख से काम लो कल जो हुआ था भूल जाओ भूल जाओ ।
- यही तो पहचान बन गयी है . एक से एक फ्रौड़ मौजूद है .हर चैनल पर कंठी ,माला, रुद्राक्ष ,राशिफल .लाल पीली हर रंग की किताब बेची जा रही हैं .वास्तुशास्त्रियों की बाढ़ आ गयी है .फूटपाथ पर आबाद हिंदुस्तान के लिए वास्तुशास्त्री क्या करेंगें ? कटे हुए हाथ का भी भविष्य होता है .मनुष्य निर्मित विषमता और शोषण का जिम्मेवार भगवान को मानना दुर्भाग्य ही है .चोर अपराधी का सितारा देश में बुलंद है .
- लता : मत हम को बना अरी मौसी तेरे दिल में ज़रूर है काला कोरस : मत हम को बना अरी मौसी तेरे दिल में ज़रूर है काला लता : किसी और को दिखला जाके ये जोग ये कंठी माला कोरस : किसी और को दिखला जाके ये जोग ये कंठी माला मन्ना : राम का नाम लो आँख से काम लो राम का नाम लो आंख से काम लो कल जो हुआ था भूल जाओ भूल जाओ लता : छुप्पा छुप्पी ...