कजरौटा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बहुत संभव है पहला ठिकाना बिसाती हो जो महिलाओं के लिये टिकुली , सेन्हुर , कजरौटा बेचने का एकमात्र ठिकाना होता है और जहां महिलायें बिसाती से मोलभाव करके अंतत : अपने मन की चीजें ले ही लेती हैं।
- बहुत संभव है पहला ठिकाना बिसाती हो जो महिलाओं के लिये टिकुली , सेन्हुर , कजरौटा बेचने का एकमात्र ठिकाना होता है और जहां महिलायें बिसाती से मोलभाव करके अंतत : अपने मन की चीजें ले ही लेती हैं।
- टिप्पणी के बिना ब्लाग अधूरा है , टिप्पणी लेख की सूनी माँग में भरी लाली है, टिप्पणी नवजात शिशु के माथे पर लगा कजरौटा है पर अत्यधिक दुःख का विषय है कि टिप्पणीकर्ता ही सबसे उपेक्षित वर्ग है ब्लागिंग में ।
- टिप्पणी के बिना ब्लाग अधूरा है , टिप्पणी लेख की सूनी माँग में भरी लाली है, टिप्पणी नवजात शिशु के माथे पर लगा कजरौटा है पर अत्यधिक दुःख का विषय है कि टिप्पणीकर्ता ही सबसे उपेक्षित वर्ग है ब्लागिंग में ।
- हाथ में कजरौटा लिए संझा की बेल बँगले के नजदीक पहुँची ही थीं कि साँय फुस फुस सुन रुक गईं कान लगा सुनने लगीं - तीन मरदों की आवाज थी , दो पहचानी - सबरन और कमानी की , तीसरी अनजानी थी।
- आने को कह गए न आए घर आंगन मन सूना खाली माँ से पूछो कैसे बीती ' होली ' ' दशमी ' और ' दिवाली ' हाथों में कजरौटा लेकर बूढ़ी ममता सोच रही है - क्यों न लगाया उस दिन तुमको काला टीका नज़रों वाली
- जच्चा-घर में ही ! एक साथ ही मिल गए मुझको मेरे उन प्रश्नों के उत्तर जब उलटे पाँव लौट आई मैं दुनिया में ! लौटना ज़रूरी था और ज़रूरी था देखना- मेरी वह दुधमुँही सलामत तो है न ! दीए पर ठीक से पड़ा है कि नही पड़ा उसका कजरौटा !
- मनमोहन सिंह ने अगर एक बार भी बचपने में इसे देखा - महसूसा होगा तो वह जानते होंगे कि कल जब विदेशी कंपनियों का रिटेल चेन खुलेगा , हिंग - हरदी से लेकर कजरौटा - खेलौना तक के बाजार पर उनका कब्जा होगा तो वहां लाखों फलनवां बो के लिए जगह नहीं होगा .
- आधे तिन बीतता आकार , मोटे सूट को गेर में रंगकर बनाया जाता है इसके अन्दर विभिन्न प्रकार के प्रतिक चिह्न बनाये जाते है, जो विशेष अर्थ देते हैं पालकी वर वधु का,बांस वंश बढ़ने का,स्वस्तिक शुभ का, कजरौटा बुरी नजर से बचाना का, मछली मैथुन का, आइना श्रींगार का,पूरें का पत्ता परिवार बढ़ने का,सिन्दूर सोहाग का, कमल परम्परा का, शिवा मई देव आशीष का, घोरा सुखद दाम्पत्य का प्रतीक होता है।
- दीए पर ठीक से पड़ा है कि नही पड़ा उसका कजरौटा ! हाँ ,उलटे हैं मेरे पाँव, पर दुनिया मे मुझको दिखा दो कोई भी औरत जो उलटे पाँव नही चलती, व्यतीत मे जिसके गड़ा नही कोई खूँटा! भागती नही औरतें- लौट आती हैं उलटे पाँव, अमराई के खाली झूले और पालने लू के थपेड़ों से नही झूलते ये ही झुलाती हैं उन्हें- हर बार उलटे पाँव ! ('हँस' ,मई 2010 से साभार्)