कठवत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उसे कठवत में झाड़ती है लेकिन कठवत का पेट भरता ही नहीं पतरमुही ( पैथन तक नहीं छोड़ती) सरर फरर [...] सुदामा पाण्डेय “धूमिल” हिन्दी कविताये करछुल…
- उसे कठवत में झाड़ती है लेकिन कठवत का पेट भरता ही नहीं पतरमुही ( पैथन तक नहीं छोड़ती) सरर फरर [...] सुदामा पाण्डेय “धूमिल” हिन्दी कविताये करछुल…
- उसे कठवत में झाड़ती है लेकिन कठवत का पेट भरता ही नहीं पतरमुही ( पैथन तक नहीं छोड़ती ) सरर फरर बोलती है और बोलती रहती है
- उसे कठवत में झाड़ती है लेकिन कठवत का पेट भरता ही नहीं पतरमुही ( पैथन तक नहीं छोड़ती ) सरर फरर बोलती है और बोलती रहती है
- ( महाराज जी गांव वालों को विस्तार से कठवत के बारे में समझा रहै थे , मानों कठवत शहर वाले ही बनाके गांव वालों को निर्यात करते हों ) ...
- ( महाराज जी गांव वालों को विस्तार से कठवत के बारे में समझा रहै थे , मानों कठवत शहर वाले ही बनाके गांव वालों को निर्यात करते हों ) ...
- अबकी घूरने का काम बच्ची की जगह मैं कर रहा था , लेकिन घुराई के लिए कोई वहां था नहीं, अलबत्ता सिगरेट थे मगर कठवत के पानी में तेजी से दम तोड़ रहे थे.
- इन बरतनों के नाम -डोका , डोकी , परई , कठवत , ढकनी , फूस और मूंज से बनाए जाने वाले -डलिया , दौरी , दौरा , कुरई , मोनिया प्रयोग से बाहर हो गए हैं ।
- इन बरतनों के नाम -डोका , डोकी , परई , कठवत , ढकनी , फूस और मूंज से बनाए जाने वाले -डलिया , दौरी , दौरा , कुरई , मोनिया प्रयोग से बाहर हो गए हैं ।
- काठ के कठवत में बर्तन खंगालती , या उधारी के राजमा के कीड़े छांटती मां अचानक बिजली की फुर्ती से आकर एक सन्नाका तमाचा पिता के गाल पर जड़ती तब कहीं जाकर वह वर्तमान के खुरदुरे व वास्तविकता में लौटते.