कन्त का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अब थोङा ग्यान ध्यान की तरफ़ रुख जाता भी तो कामिनी या कन्त पीछा नहीं छोङते . .
- बसंत के मनोहरी और मादक पर्व पर जिन कामिनियों के कन्त घर पर हैं , उनके हास-विलास का क्या कहना।
- ‘सौ कन्त ' के ‘सौ' को अगर भूल जाएँ तो शेष रहता है ‘कन्त' जिसका साम्य संस्कृत ‘गन्ध' से होता है।
- ‘ सौ कन्त ' के ‘ सौ ' को अगर भूल जाएँ तो शेष रहता है ‘ कन्त ' जिसका साम्य संस्कृत ‘ गन्ध ' से होता है।
- ‘ सौ कन्त ' के ‘ सौ ' को अगर भूल जाएँ तो शेष रहता है ‘ कन्त ' जिसका साम्य संस्कृत ‘ गन्ध ' से होता है।
- कैसे ? मनाऊं बसन्त विदेश में कन्त न वियोग का अन्त न जाने कहां ? भटकते होंगे पिया जबसे हुए हैं सन्त अधूरी हूं मैं लगा है हलन्त !
- हँसी उडावे पास पड़ोसी रोजू दियैं उपदेश , चोहल करैं सब मोरि कन्त कब अइहैं अपने देश , खबरि उनका देतिऊ पहुंचाय , विकल तन मन जियरा अकुलाय ।
- उदाहरण्स्वरूप हेमचंद्रकृत [ 1088 - 1172 ] ‘ हेमचंद्र शब्दानुशासन ' से अपभ्रंश के एक बहुचर्चित दोहे का पहला चरण लीजिए - ‘ भल्ला हुआ जु मारिया भैंणी म्हारा कन्त ' ।
- राग खमाज का सादरा - ‘ सुध बिसर गई आज अपने गुनन की . .. ' तथा राग बहार का ख़याल - ‘ फूलवाले कन्त मैका बसन् त. .. ' उनकी बहुचर्चित रचनाएँ हैं।
- कवि श्री ग्वालके छंद की यह बसंती छटा देखें- सरसों के खेत की बिछावन बसंती बनी तामें खड़ी चाँदनी बसंती रति कन्त की सोने के पलंग पर वसन बसंती सजि सोन जुही मालै हालै हिय हुरूसंत की।