कमलगट्टा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसका बीज पूजा-पाठ की सामग्री में कमलगट्टा के नाम से प्रचलित है , देसी खान-पान में इसका प्रयोग कई प्रकार से होता है।
- दूध , दही , घी , शहद , कमलगट्टा , धतूरा , बेलपत्र आदि का प्रसाद शिव जी को अर्पित करके पूजा करनी चाहिए।
- दूध , दही , घी , शहद , कमलगट्टा , धतूरा , बेलपत्र आदि का प्रसाद शिव जी को अर्पित करके पूजा करनी चाहिए।
- भारत में कमल नाल जिसे कमलगट्टा या भसीड़े कहा जाता है बहुतायत से भोजन में सब्जी या कोफ़्तों के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
- ( 5 बार ) - ॐ श्री कुबेराय नमः और ॐ श्री महालक्ष्मयै नमः का जाप 108 बार कमलगट्टा या तुलसी की माला से करें।
- इसके अलावा लाखों हेक्टेयर बंजर भूमि पर वृक्षारोपण , बड़े पैमाने पर तालाब , जलाशयों का निर्माण कराकर कमलगट्टा , सिंघाड़ा , मत्स्य पालन को प्रोत्साहन दे।
- मुख्यत : कमलगट्टा , धूप , दीप , नैवेद्य , ऋतुफल , खील-बताशे , पकवान , सुपारी , पान के पत्ते को महालक्ष्मी को अर्पित किया जाता है।
- मुख्यत : कमलगट्टा , धूप , दीप , नैवेद्य , ऋतुफल , खील-बताशे , पकवान , सुपारी , पान के पत्ते को महालक्ष्मी को अर्पित किया जाता है।
- प्रथम अध्याय-एक पान पर देशी घी में भिगोकर 1 कमलगट्टा , 1 सुपारी, 2 लौंग, 2 छोटी इलायची, गुग्गुल, शहद यह सब चीजें सुरवा में रखकर खडे होकर आहुति देना।
- कलश को जल से भरकर रोली , मोली, चावल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, चन्दन, दूध, घी, शहद, कमलगट्टा, धतुरा,बेल पत्र आदि का प्रसाद शिव को अर्पित करके पूजा करनी चाहीए ।