करण कारक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 3 . करण कारकसंज्ञा आदि शब्दों के जिस रूप से क्रिया के करने के साधन का बोध हो अर्थात् जिसकी सहायता से कार्य संपन्न हो वह करण कारक कहलाता है।
- करण कारक संज्ञा आदि शब्दों के जिस रूप से क्रिया के करने के साधन का बोध हो अर्थात् जिसकी सहायता से कार्य संपन्न हो वह करण कारक कहलाता है।
- करण कारक संज्ञा आदि शब्दों के जिस रूप से क्रिया के करने के साधन का बोध हो अर्थात् जिसकी सहायता से कार्य संपन्न हो वह करण कारक कहलाता है।
- 3 . करण कारक संज्ञा आदि शब्दों के जिस रूप से क्रिया के करने के साधन का बोध हो अर्थात् जिसकी सहायता से कार्य संपन्न हो वह करण कारक कहलाता है।
- 3 . करण कारक संज्ञा आदि शब्दों के जिस रूप से क्रिया के करने के साधन का बोध हो अर्थात् जिसकी सहायता से कार्य संपन्न हो वह करण कारक कहलाता है।
- 3 . करण कारक संज्ञा आदि शब्दों के जिस रूप से क्रिया के करने के साधन का बोध हो अर्थात् जिसकी सहायता से कार्य संपन्न हो वह करण कारक कहलाता है।
- करण कारक के साथ ' से ' प्राय : उसी अर्थ का द्योतक है , जिसको संस्कृत का ' द्वारा ' शब्द प्रकट करता है , इस ' से ' में एक प्रकार से सहायक होने अथवा सहायक बनने का भाव रहता है।
- ' एक विद्वान की सम्मति है कि यह ' ने ' वास्तव में करण कारक का चिद्द है , जो हिन्दी में गृहीत कर्मवाच्य रूप के कारण आया है , संस्कृत में करण कारक का ' इन ' प्राकृत में ' एण ' हो जाता है , इसी ' इन ' का वर्ण विपरीत हिन्दी रूप में ' ने ' है।
- ' एक विद्वान की सम्मति है कि यह ' ने ' वास्तव में करण कारक का चिद्द है , जो हिन्दी में गृहीत कर्मवाच्य रूप के कारण आया है , संस्कृत में करण कारक का ' इन ' प्राकृत में ' एण ' हो जाता है , इसी ' इन ' का वर्ण विपरीत हिन्दी रूप में ' ने ' है।