काछ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जैसा काछ काछे वैसा नाच नाचे : जैसा वेश हो उसी के अनुकूल काम करना चाहि ए. जैसा तेरा ताना-बाना वैसी मेरी भरनी : जैसा व्यवहार तुम मेरे साथ करोगे , वैसा ही मैं तुम्हारे साथ करूँगा .
- वैष्णव जन तो तेने कहिये , जे पीड़ परायी जाने रे पर दुखे उपकार करे तोये, मन अभिमान न आने रे सकल लोक मान सुहाने वन्दे, निंदा ना करी केनी रे वाच काछ मन निश्चल रखे, धन धन जननी तेनी रे सम-
- जो सड़क पर गुजरते बैलों को ‘ सोकना ' और ‘ धौरा ' कहकर पहचानते थे , जो घर से सतुआ , पिसान और गुड़ लाते थे और जिनकी जांघें लंगोट की काछ से बरसात के दिनों में कट जाया करती थीं।
- [ सं-स्त्री . ] 1 . धोती का वह छोर जिसे दोनों जाँघों के बीच में से निकालते हुए कमर में खोंसा जाता है ; काछ ; लाँग 2 . गुदेंद्रिय का भीतरी भाग ; गुदावर्त ; गुदाचक्र 3 . गुदा संबंधी एक रोग।
- [ सं-स्त्री . ] 1 . धोती का वह छोर जिसे दोनों जाँघों के बीच में से निकालते हुए कमर में खोंसा जाता है ; काछ ; लाँग 2 . गुदेंद्रिय का भीतरी भाग ; गुदावर्त ; गुदाचक्र 3 . गुदा संबंधी एक रोग।
- हां , आवाज़ें आती हैं बारिश की बूंदों के शोर को दफ्न करके तुम झूम रहे हो अंबर का अमृत पी कर वह दोखो, फूस का छोटा सा इक घर भीग गया है इन बौछारों से और दहक़ां का कुंबा घर से पानी काछ रहा है सुनो ! बीत गए वह दिन जब तुम अपने आप में सिमटे होते थे!!!
- फिर मेरी चूत से रज और वीर्य को बाएँ हाथ से काछ कर तलवे से मलने लगा तो इतना मजा आया की उसका मैं वर्णन नहीं कर सकती , उसके द्बारा किया जाने वाला हर काम मुझे नया जैसा लग रहा था , मैंने सोचा हर मर्द अपने अपने तरीके से औरत को सुख देता है , ये भी नये तरीके से मुझे सुख दे रहा है।
- ‘‘ राज कन्या हो , अविवाहित हो , सदाचारिणी हो , निर्दोष होने पर भी पावों में बेड़ियाँ और हाथों में हथकड़ियाँ हों , सिर मुंडा हुआ हो , शरीर पर काछ लगी हो , तीन दिन का उपवास किए हो , पारणे के लिए उड़द के बाकले हो , दान देने की भावना से अतिथि की प्रतीक्षा कर रही हो और आँखों में आँसू भी हों - इन तेरह बातों के मिलने पर ही मैं आहार ग्रहण करूँगा।