किंवदन्ति का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दूसरे प्यार में नहीं लिखी जाती पहली अर्थहीन प्रेम-कविता पहला थरथराता चुंबन नहीं लेता कोई दूसरे प्यार में दूसरे प्यार के बारे में नहीं लिखता कोई अभिज्ञान और ना ही होता है शिला-लेखों में उसका वर्णन दूसरा प्यार नहीं रखा जाता छुपाकर बटुए की चोर-जेब में क्या तुमने सुनी है कोई किंवदन्ति दूसरे प्यार के बारे में या किसी राजकुमारी की कहानी जिसे मिला हो दूसरा राजकुमार
- श्राद्ध पक्ष की सूचना पाते ही सभी पितृ एक दूसरे का स्मरण करते हुये मनोमय रूप में श्राद्ध स्थल पर उपस्थित होते है , और ब्राह्मणों के साथ वायु रूप में भोजन प्राप्त करते है , किंवदन्ति के अनुसार सूर्य कन्या राशि में आता है , तो पितर अपने पुत्र और पौत्रों के घर जाते है , विशेषत : अश्विन अमावस्या को उनका श्राद्ध नही करने पर वे श्राप देकर लौट जाते है , अत : उन्हे पत्र पुष्प फ़ल और जल तर्पण से यथा शक्ति उन्हे तृप्त करना चाहिये , हमे श्राद्ध विमुख नही होना चाहिये।
- श्राद्ध पक्ष की सूचना पाते ही सभी पितृ एक दूसरे का स्मरण करते हुये मनोमय रूप में श्राद्ध स्थल पर उपस्थित होते है , और ब्राह्मणों के साथ वायु रूप में भोजन प्राप्त करते है , किंवदन्ति के अनुसार सूर्य कन्या राशि में आता है , तो पितर अपने पुत्र और पौत्रों के घर जाते है , विशेषत : अश्विन अमावस्या को उनका श्राद्ध नही करने पर वे श्राप देकर लौट जाते है , अत : उन्हे पत्र पुष्प फ़ल और जल तर्पण से यथा शक्ति उन्हे तृप्त करना चाहिये , हमे श्राद्ध विमुख नही होना चाहिये।