कुटना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मैं एक छोटे से एक सप्ताह से अधिक समय ले लिया है आप के लिए इस पोस्ट के बाद से मैं चहचहाना पर मिल्ली कुटना साक्षात्कार के बारे में पिछले पोस्ट .
- कुछ दिनों तक तो पुराने ख्याल चलते रहे , लेकिन अब चावल ही कुटना हो दिन- रात तो पुराने खयालो को चलाने से फायदा भी क्या ? धीरे धीरे पुराने ख्याल विदा हो गये उनकी पुनुरुक्ति में कोय अर्थ न रहा . खाली हो गये ,
- पहले दो दिनो के लिए हमारे दो दिवसीय यात्रा कार्यक्रम का पालन करें और आखिरी दिन या तो सुबह या आधे दिन में मध्यकालीन कार्लेस्जन महल की यात्रा , पास में स्थित कुटना होरा मध्यकालीन शहर, कुछ संग्रहालयांे और दीर्घाओं की यात्रा या खरीददारी कर सकतें है।
- बहना के पास धान खोने के लिए बैठती भागा फिर बोली - ' तुम्हें यह रोज रोज का भुकरस भुकरस ढ़ेंकी कुटना अच्छा लगता है सुकवारो ? हमें तो इसकी आवाज सुनते ही , ऐसा लगने लगता हैं जैसे हांथ पांव में फफोले पड़ गए ? '
- आयुर्वेद में अगर किसी जडी को कुटना या पिसना है तो , उसे कसौटी पर करना पडता है , मशीनो का प्रयोग नही किया जा सकता , कारण मशीने गर्म हो जाति है , घर्षण से पिसने और कुटने का काम करती है , गर्म मशीने जडी - बुटियों के मौलिक गुणो को कम या समाप्त कर देती हैं।
- क्या किसी ऐसे पैतृक व्यवसाय से , चाहे किसी व्यक्ति को पापयुक्त ही क्यों न मालूम पड़ता हो, पेट पालन करना चाहिए अगर हर मनुष्य के लिए यह अनिवार्य हो कि वह अपने बाप दादे का ही पेशा करे, तो कुटने के बेटे को कुटना ही बनना चाहिए, क्योंकि उसका दादा कुटना था और उसकी स्त्राी को वेश्या ही बनना चाहिए क्योंकि उसकी दादी वेश्या थी।
- क्या किसी ऐसे पैतृक व्यवसाय से , चाहे किसी व्यक्ति को पापयुक्त ही क्यों न मालूम पड़ता हो, पेट पालन करना चाहिए अगर हर मनुष्य के लिए यह अनिवार्य हो कि वह अपने बाप दादे का ही पेशा करे, तो कुटने के बेटे को कुटना ही बनना चाहिए, क्योंकि उसका दादा कुटना था और उसकी स्त्राी को वेश्या ही बनना चाहिए क्योंकि उसकी दादी वेश्या थी।
- बाहर दालान में बैठे अगले छः जन्मों के प्राणनाथ जब ' सुनती होऽऽऽ ' की हाँक लगाते हैं तो ' सुनती हो ' सारा कुटना पीसना छोड़ छाड़कर साढ़े छः मीटर की साड़ी , डेढ़ हाथ का घूँघट , हाथों में पाँच दर्जन चूड़ियाँ , ढाई सौ ग्राम की पाजेब और न जाने क्या क्या पहने एक पैर पे चकरघिन्नी की तरह गिरती पड़ती दौड़ी चली आती हैं।
- क्या किसी ऐसे पैतृक व्यवसाय से , चाहे किसी व्यक्ति को पापयुक्त ही क्यों न मालूम पड़ता हो , पेट पालन करना चाहिए अगर हर मनुष्य के लिए यह अनिवार्य हो कि वह अपने बाप दादे का ही पेशा करे , तो कुटने के बेटे को कुटना ही बनना चाहिए , क्योंकि उसका दादा कुटना था और उसकी स्त्राी को वेश्या ही बनना चाहिए क्योंकि उसकी दादी वेश्या थी।
- क्या किसी ऐसे पैतृक व्यवसाय से , चाहे किसी व्यक्ति को पापयुक्त ही क्यों न मालूम पड़ता हो , पेट पालन करना चाहिए अगर हर मनुष्य के लिए यह अनिवार्य हो कि वह अपने बाप दादे का ही पेशा करे , तो कुटने के बेटे को कुटना ही बनना चाहिए , क्योंकि उसका दादा कुटना था और उसकी स्त्राी को वेश्या ही बनना चाहिए क्योंकि उसकी दादी वेश्या थी।