कृषि-कर्म का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- खेतों की फसल पक कर जब घर आ जाती है और वनवासी समुदाय कृषि-कर्म से निवृत्त हो चुके होते हैं तो नयी उपज का उल्लास उनके नृत्य में और भी कई रंग भर देने में सहायक होता है .
- अ वेस्ता के वरेज़ा से फ़ारसी में कुछ नए शब्द बने मसलन वर्ज़ीदन यानी काम करना , वर्ज़ यानी खेत , कर्म , वर्ज़ाव यानी ताक़तवर गाय , वर्ज़िश यानी क्रियाशीलता , खेती-बाड़ी , कृषि-कर्म , व्यायाम , खेल-कूद आदि।
- अ वेस्ता के वरेज़ा से फ़ारसी में कुछ नए शब्द बने मसलन वर्ज़ीदन यानी काम करना , वर्ज़ यानी खेत , कर्म , वर्ज़ाव यानी ताक़तवर गाय , वर्ज़िश यानी क्रियाशीलता , खेती-बाड़ी , कृषि-कर्म , व्यायाम , खेल-कूद आदि।
- कृषि संस्कृति से जुड़े ये कार्य ही मूलतः श्रम की प्राचीन परिभाषा मे आते थे… अवेस्ता के वरेज़ा से फ़ारसी में कुछ नए शब्द बने मसलन वर्ज़ीदन यानी काम करना , वर्ज़ यानी खेत, कर्म, वर्ज़ाव यानी ताक़तवर गाय, वर्ज़िश यानी क्रियाशीलता, खेती-बाड़ी, कृषि-कर्म, व्यायाम, खेल-कूद आदि।
- जो किसान अपने कृषि-कर्म में सत्य , निष्ठाऔर ईमानदारी से परिश्रम करता है; जो किसान अन्न उगाने में प्रचण्ड मार्तण्ड कीतपन की, और शीत, वर्षा, आँधी और ओलों की परवाह न करते हुए खेत में अन्न उगातारहता है और पशुओं को अपनी प्यारी सन्तान-सा समझता है, वह शास्त्रहीन या निरक्षरहोते हुए भी धर्मात्मा है.
- आदिवासी लोक गीत परंपरा में विषय-वस्तु ; बवदजमदजद्ध के स्तर पर वनोपज , कृषि-कर्म , श्रम , पालतू पशु-पक्षी , पर्व-उत्सव , शादी-ब्याह , जन्म-मृत्यु , पनघट , घरेलू औजार-पाती , पुरखे , मिथक , गणचिन्ह , प्रकृति , ऋतुएँ , मानवतेर अन्य प्राणी-जगत , प्रेम-प्रसंग , आत्म सम्मान के लिए विरोध-संघर्ष-बलिदान आदि तो रहते आये ही हैं , जमाने के बदलाव के साथ नयी बातें भी जुड़ती गयीं।
- आदिवासी लोक गीत परंपरा में विषय-वस्तु ; बवदजमदजद्ध के स्तर पर वनोपज , कृषि-कर्म , श्रम , पालतू पशु-पक्षी , पर्व-उत्सव , शादी-ब्याह , जन्म-मृत्यु , पनघट , घरेलू औजार-पाती , पुरखे , मिथक , गणचिन्ह , प्रकृति , ऋतुएँ , मानवतेर अन्य प्राणी-जगत , प्रेम-प्रसंग , आत्म सम्मान के लिए विरोध-संघर्ष-बलिदान आदि तो रहते आये ही हैं , जमाने के बदलाव के साथ नयी बातें भी जुड़ती गयीं।