क्षात्र-धर्म का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- क्षात्र-धर्म के उत्थान से तात्पर्य किसी जाति विशेष के उत्थान से नहीं , वरन शास्त्रोक्त वर्ण-व्यवस्था के उत्थान से है।
- लेकिन हम क्षत्राणियों ने कभी विदुला बनकर इन्हें फिर से क्षात्र-धर्म का पालन करने के लिए बाध्य किया है !
- स्वयं सुसज्जित करके क्षण में , प्रियतम को, प्राणों के पण में, हमीं भेज देती हैं रण में - क्षात्र-धर्म के नाते।
- स्वयं सुसज्जित करके क्षण में प्रियतम को , प्राणों के पण में हमीं भेज देती हैं रण में क्षात्र-धर्म के नाते।
- क्षात्र-धर्म के पथ पर , मुझे तो आगे बढ़ते रहना है ! कमलरुपी लक्ष्य के पीछे, सरिता में आगे बढ़ते रहना है !!...
- अब देखना यह है कि क्षात्र-धर्म के उत्थान में न केवल क्षत्रियों का ही अपितु समस्त राष्ट्र और मानवता का कल्याण निहित है।
- जय क्षात्र-धर्म जय संघ शक्ति बहुत आभार आपका इस जानकारी के लिए ! रामराम ! बहुत आभार आपका इस जानकारी के लिए ! रामराम !
- तात्विक दृष्टि से क्षात्र-धर्म को समझने से ज्ञात होगा कि इस प्रकार सब बुराइयों से रहित राष्ट्रवाद क्षात्र-धर्म के अंतर्गत ही आ जाता है .
- तात्विक दृष्टि से क्षात्र-धर्म को समझने से ज्ञात होगा कि इस प्रकार सब बुराइयों से रहित राष्ट्रवाद क्षात्र-धर्म के अंतर्गत ही आ जाता है .
- यह निर्विवाद सत्य है कि क्षात्र-धर्म से बढ़कर अन्य कोई भी धर्म , वाद अथवा उद्देश्य क्षत्रियों के लिए इस संसार में श्रेष्ट नहीं है।