गनोरिया का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सामान्य बोल चाल की भाषा में सुजाक के नाम से जाना जाने बाला रोग जो कि एलोपैथी डाक्टर्स गनोरिया के नाम से बताते हैं इस रोग को आयुर्वेदिक ग्रन्थ ' मूत्रकच्छ ' के नाम से वर्णित करते हैं।
- एक रिपोर्ट के अनुसार तीस हज़ार लोगों ने एक ऐसी इंटरनेट सेवा का इस्तेमाल किया है जिस के द्वारा अपने सैक्स पार्टनर्ज़ को सचेत किया जा सकता है कि हो सकता है कि उन को सिफिलिस , गनोरिया, एच.आई.व्ही अथवा अन्य रोगों से संक्रमित किया जा चुका है।
- एक रिपोर्ट के अनुसार तीस हज़ार लोगों ने एक ऐसी इंटरनेट सेवा का इस्तेमाल किया है जिस के द्वारा अपने सैक्स पार्टनर्ज़ को सचेत किया जा सकता है कि हो सकता है कि उन को सिफिलिस , गनोरिया, एच.आई.व्ही अथवा अन्य रोगों से संक्रमित किया जा चुका है।
- इसकी पत्तियों व् जड़ से बने काढ़े का इस्तेमाल बुखार , पेट दर्द , मलेरिया , गनोरिया आदि में करते है , सर्प दंश में भी और घाव हो जाने पर यूरेना लोबाटा की पत्तियों और जड़ की पुल्टिस का इस्तेमाल कई देशों में किया जाता है .
- इसकी पत्तियों व् जड़ से बने काढ़े का इस्तेमाल बुखार , पेट दर्द , मलेरिया , गनोरिया आदि में करते है , सर्प दंश में भी और घाव हो जाने पर यूरेना लोबाटा की पत्तियों और जड़ की पुल्टिस का इस्तेमाल कई देशों में किया जाता है .
- एक रिपोर्ट के अनुसार तीस हज़ार लोगों ने एक ऐसी इंटरनेट सेवा का इस्तेमाल किया है जिस के द्वारा अपने सैक्स पार्टनर्ज़ को सचेत किया जा सकता है कि हो सकता है कि उन को सिफिलिस , गनोरिया , एच . आई . व्ही अथवा अन्य रोगों से संक्रमित किया जा चुका है।
- एक रिपोर्ट के अनुसार तीस हज़ार लोगों ने एक ऐसी इंटरनेट सेवा का इस्तेमाल किया है जिस के द्वारा अपने सैक्स पार्टनर्ज़ को सचेत किया जा सकता है कि हो सकता है कि उन को सिफिलिस , गनोरिया , एच . आई . व्ही अथवा अन्य रोगों से संक्रमित किया जा चुका है।
- हम इस झगडे़ में नही पड़ना चाहते हैं हाँ आपको जानकारी दे दें कि हमें तो केवल आयुर्वेदिक मत का ही अनुसरण करते हुये मूत्रकच्छ का वर्णन करते हैं अतः मूत्रकच्छ के अन्य नाम है सुजाक , गनोरिया , उपदंश , पूयमेह , प्रमेह लैकिन फिर भी प्रमेह पूर्णतः सही नही है क्योंकि मूत्रकच्छ में प्रमेह के लक्षण जरुर मिलते हैं।
- हम इस झगडे़ में नही पड़ना चाहते हैं हाँ आपको जानकारी दे दें कि हमें तो केवल आयुर्वेदिक मत का ही अनुसरण करते हुये मूत्रकच्छ का वर्णन करते हैं अतः मूत्रकच्छ के अन्य नाम है सुजाक , गनोरिया , उपदंश , पूयमेह , प्रमेह लैकिन फिर भी प्रमेह पूर्णतः सही नही है क्योंकि मूत्रकच्छ में प्रमेह के लक्षण जरुर मिलते हैं।
- सुजाक रोग में घाव मूत्रकच्छ के कारण भी हो सकते हैं क्योकि यह दोषों के कुपित होने के कारण ही तो उत्पन्न होता है और जैसा कि ऊपर बताया गया है कि मूत्रकच्छ में मूत्रनलिका में मूत्र रुकने के कारण रोग पैदा होता है तो जब गंन्दगी शरीर में रहैगी तो धीमें धीमें यह मूत्रनलिका के अन्दर घाव वना देती है जिससे कीटाणुओं के रहने लायक माहौल मिल जाता है फलस्वरुप सुजाक या गनोरिया पैदा हो जाता है ।