गुडूची का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ऊपर के वर्णन में गुडूची , कज्जली , बंघोरा , सुर्खी एवं जानु रोचन मिला देने से पुन्शार्बुद को समूल नष्ट कर देता है।
- यह समस्त भारतवर्ष में पायी जाती है , इसे गुडूची , अमृता , मधुपर्णी , तंत्रिका , कुण्डलिनी जैसे नाम दिए हैं आयुर्वेद में इसे ज्वर की महानौषधि मानते हुए जीवन्तिका नाम दिया है।
- * गिलोय बेल ( Tinospora cordifolia ) * इसका नाम है : हिन्दी = गिलोय , संस्कृत = गुडूची , वज्ञानिक = Tinospora cordifolia है * रंग : गिलोय हरे रंग की होती है।
- वैसे तो उत्तर प्रदेश में यह गिलोय और गुरूच के नाम से विख्यात है किन्तु विभिन्न प्रान्तों में यह अमृतवल्ली , गिलो , गुलवेल , मधुपर्णी , गुडूची , गलो , आदि नामो से जाना जाता है .
- वैसे तो उत्तर प्रदेश में यह गिलोय और गुरूच के नाम से विख्यात है किन्तु विभिन्न प्रान्तों में यह अमृतवल्ली , गिलो , गुलवेल , मधुपर्णी , गुडूची , गलो , आदि नामो से जाना जाता है .
- सुबह-शाम एक - एक गोली गिलोय ( गुरिच या गुळ्वेल या गुडूची ) के रस में बराबर शहद मिला कर लें यदि गिलोय का रस न मिल पाये तो तुलसी के पत्तों के रस व शहद से लीजिये।
- ३ . गुडूची ( गिलोय या गुळवेल नाम से भी जानी जाती है ) का चूर्ण + नीम के पत्तों का चूर्ण बराबर मात्रा में मिला लें व भोजन के बाद दोनो समय आधा-आधा चम्मच जल से लिया करें।
- ३ . गुडूची ( गिलोय या गुळवेल नाम से भी जानी जाती है ) का चूर्ण + नीम के पत्तों का चूर्ण बराबर मात्रा में मिला लें व भोजन के बाद दोनो समय आधा-आधा चम्मच जल से लिया करें।
- इसकी इस क्षमता पर वैज्ञानिकों को आश्चर्य भी है और इस अनुसंधान कार्य भी चल रहा है , परन्तु शास्रोक्त प्रतिपादन तो पहले से ही गुडूची की समग्र शरीर शोधन चयापचय संतुलन प्रक्रिया में सटीक भूमिका से भरे हुए हैं ।
- गुडूची का तना , आमलकी फल का मिश्रण , मुस्तक मूल ( जड़ ) और द्राक्षा ( मुनक्का ) आदि को बराबर मात्रा में लेकर 14 से 28 मिली लीटर तक खुराक के रूप में लेना चौथे दिन आने वाला बुखार दूर हो जाता है।