चिटखनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कहानी में धीरे-धीरे उसका अकेलापन उभरता है - ' तुम् हें पता है , मैं रात को चिटखनी लगा कर नहीं सोती।
- जब वह अपनी भारी-भरकम देह के संग कमरे में घुसा , तब भी लोहे की चिटखनी उसके हाथ में लटक रही थी ।
- शीला ने आहिस्ते से दरवाज़ा खोल , सैण्डिल के पंजों पर कमरे के अन्दर हो , दरवाजे को धीरे से बन्द कर चिटखनी चढ़ा दी।
- यमराज को जल्दी पड़ी थी और फिर अपने आप सारी चिटखनी खुलने लगीं , बत्तियाँ जल उठीं जैसे दूर कुएँ की तलहटी से किसी की आवांज आयी।
- बच्चों ने जब कक्षा में पानी आने की शिकायत अपने आचार्यों से की तो आचार्यों ने उन्हें डाँट दिया तथा बाहर से कक्षों में चिटखनी चढ़ा दी।
- बच्चों ने जब कक्षा में पानी आने की शिकायत अपने आचार्यों से की तो आचार्यों ने उन्हें डाँट दिया तथा बाहर से कक्षों में चिटखनी चढ़ा दी।
- एक विशिष्ट आवाज़ है इस चिटखनी के खुलने बंद होने की धीरे-धीरे हुई यह दरवाजे क़ी आवाज़ और अब यह प्रतिनिधि आवाज़ है इस घर की .
- उसने चिटखनी को खड़खड़ाया और फिर एक ज़बरदस्त झटके से उसे ऊपर की ओर खींचते हुए झिंझोड़ा ताकि उसे दरवाज़े की लकड़ी से बाहर निकाल सके ।
- यमराज को जल्दी पड़ी थी और फिर अपने आप सारी चिटखनी खुलने लगीं , बत्तियाँ जल उठीं जैसे दूर कुएँ की तलहटी से किसी की आवांज आयी।
- राम सिंह ने जो मेरी मातहती में कभी काम कर चुका था , कमाल की फुर्ती से दरवाजे की चिटखनी चढ़ा दी और मेरी दरख् + वास्त मेरे गले में घुट के रह गयी।