छाक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- तो फिर भोला चाचा भर छाक गांजा सोंट लेने के बाद इसकी चौपाइयाँ क्यों जोर-जोर से गाते थे या फिर लड्डू चाचा पोखर में भैंस धोते वक्त इसके हिस्से क्यों गुनगुनाते थे ?
- निबिया की डाल मईया लावेली हिलोरवा कि झूमि झूमि माई मोरा गावेली गीत कि झूमी झूमी झुमते झूमत मईया के लागल पियसिया कि एक छाक मोहि के पनिया पिया द कि एक छाक
- निबिया की डाल मईया लावेली हिलोरवा कि झूमि झूमि माई मोरा गावेली गीत कि झूमी झूमी झुमते झूमत मईया के लागल पियसिया कि एक छाक मोहि के पनिया पिया द कि एक छाक
- - अर्क ( अकोड़ा ) , छाक ( छिला ) , खैर , अपामार्ग , पीपल की जड़ , गूलर की जड़ खेजड़े की जड़ , दुर्वा एवं कुशा की जड़ को एक चांदी की डिब्बी में रखकर नित्य पूजा करें।
- - अर्क ( अकोड़ा ) , छाक ( छिला ) , खैर , अपामार्ग , पीपल की जड़ , गूलर की जड़ खेजड़े की जड़ , दुर्वा एवं कुशा की जड़ को एक चांदी की डिब्बी में रखकर नित्य पूजा करें।
- - अर्क ( अकोड़ा ) , छाक ( छिला ) , खैर , अपामार्ग , पीपल की जड़ , गूलर की जड़ खेजड़े की जड़ , दुर्वा एवं कुशा की जड़ को एक चांदी की डिब्बी में रखकर नित्य पूजा करें।
- - अर्क ( अकोड़ा ) , छाक ( छिला ) , खैर , अपामार्ग , पीपल की जड़ , गूलर की जड़ खेजड़े की जड़ , दुर्वा एवं कुशा की जड़ को एक चांदी की डिब्बी में रखकर नित्य पूजा करें।
- तो क्या इस ग्रंथ के वातायन जीवन के बाहर खुलते थे ! तो फिर भोला चाचा भर छाक गांजा सोंट लेने के बाद इसकी चौपाइयाँ क्यों जोर-जोर से गाते थे या फिर लड्डू चाचा पोखर में भैंस धोते वक्त इसके हिस्से क्यों गुनगुनाते थे ?
- तो फिर भोला चाचा भर छाक गांजा सोंट लेने के बाद इसकी चौपाइयाँ क्यों जोर-जोर से गाते थे या फिर लड्डू चाचा पोखर में भैंस धोते वक्त इसके हिस्से क्यों गुनगुनाते थे ? फिर एक दिन पता चला कि चूड़ा-दही के लिए घर-घर डोलते रहने वाले बालानंद वैदिक श्लोक भी रचते हैं।
- तेजाजी के गुस्से को झेल नहीं पाई और काम से भी पीड़ित थी सो पलट कर जवाब देती है , एक मन पीसना पीसने के पश्चात उसकी रोटियां बनाई , घोड़ी की खातिर दाना डाला , फिर बैलों के लिए चारा लाई और तेजाजी के लिए छाक लाई परन्तु छोटे बच्चे को झूले में रोता छोड़ कर आई , फिर भी तेजा को गुस्सा आये तो तुम्हारी जोरू जो पीहर में बैठी है .