छान्दोग्य उपनिषद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- छान्दोग्य उपनिषद द्वारा क्षात्र-धर्म की सही परिभाषा जानने के बाद मै अपने को क्षत्रिय नही कह सकता
- श्री कृष्ण एक ऐतिहासिक पुरुष हुए हैं , इसका स्पष्ट प्रमाण हमें छान्दोग्य उपनिषद के एक उल्लेख में मिलता है।
- श्री कृष्ण एक ऐतिहासिक पुरुष हुए हैं , इसका स्पष्ट प्रमाण हमें छान्दोग्य उपनिषद के एक उल्लेख में मिलता है।
- इसके साथ छान्दोग्य उपनिषद ( ३ . २ . ३ ) के इस मन्त्र को रखा जाए : “
- श्री कृष्ण एक ऐतिहासिक पुरुष हुए हैं , इसका स्पष्ट प्रमाण हमें छान्दोग्य उपनिषद के एक उल्लेख में मिलता है।
- छान्दोग्य उपनिषद में उल्लेख है - ' ते प्रेतं दिष्टमितो अग्नय ऐ हरन्ति यत एवेतो यत : संभूतो भवति।
- छान्दोग्य उपनिषद के चौथे अध्याय में दसवें से सत्रहवें खण्ड तक इस पर विस्तार से प्रकाश डाला गया हैं।
- कठोपनिषद * , मुण्डकोपनिषद * , छान्दोग्य उपनिषद * एवं अन्य उपनिषदों में ब्रह्मचर्य शब्द का प्रयोग हुआ है।
- कठोपनिषद * , मुण्डकोपनिषद * , छान्दोग्य उपनिषद * एवं अन्य उपनिषदों में ब्रह्मचर्य शब्द का प्रयोग हुआ है।
- छान्दोग्य उपनिषद 6 / 4 / 4 में लिखा है - इस सारी सृष्टि का मूल सत्य है ।