जटामासी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पूजा-यन्त्र ' लिखने की विधि है कि जटामासी और रक्त-चन्दन से विल्व-काष्ठ से बने पीढ़े को लीपे।
- ( ६) पतला शिश्न मोटा करने के लिए-असगन्ध, बिदारी कन्द, जटामासी, कूट, इन सबकोएकदिल करके कूट-पीस कर तैयार करें.
- इसमें जटामासी , गुग्गुल, चन्दन, अगुरु-चूर्ण, कपूर, शिलाजीत, मधु, कुङ्कुम तथा घी मिलाकर उत्तम रीति से बनाया गया है॥11॥
- इस जड़ को आयुर्वेदिक में बहुत गुणकारी माना जाता है आइए जानते है जटामासी के कुछ आयुर्वेदिक प्रयोग . ...
- 1 चम्मच जटामासी को 1 कप दूध में मिलाकर 5 मिनट तक छोड़ दें और सुबह पी लें।
- जटामासी का अनिद्रा , हृदय रोग , उन्माद ( पागलपन ) तथा बालों पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है।
- अष्टकुल ( नागों के)- वासुक, तक्षक, कुलक, कर्कोटक, पद्म, शंखचूड़, महापद्म, धनंजय अष्टगन्ध- चन्दन, अगर, देवदारु, केसर, कपूर, शैलज, जटामासी, गोरोचन
- सेवन : एक चम्मच जटामासी को एक कप दूध में मिलाकर 5 मिनट तक छोड़ दें और सुबह पी लें।
- कुछ हर्बल पदार्थ मेमोरी बढ़ाने में सहायक होते हैं जैसे मेधा , ब्राह्मी , जटामासी , भृंगराज और शंख पुष्पी।
- कुछ हर्बल पदार्थ मेमोरी बढ़ाने में सहायक होते हैं जैसे मेधा , ब्राह्मी , जटामासी , भृंगराज और शंख पुष्पी।