जठराग्नि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ( जठराग्नि = जठर + अग्नि = पेट की अग्नि)
- लेकिन जठराग्नि की ज्वाला नहीं बुझ पा रही थी।
- इससे जठराग्नि ( भूख ) प्रबल हो जाती हे।
- जठराग्नि मन्द हो जाने पर भूख मर जाती है।
- जठराग्नि जो है प्राणियों में , वैश्वानर के नाम से,
- वायु ऊर्ध्वगामी होकर जठराग्नि प्रदीप्त करता है।
- इससे जठराग्नि तीव्र होती है , खून बढ़ता है।
- और इसका देवता मन्द या जठराग्नि होता है ।
- चरक के अनुसार स्थान जठराग्नि के समीप है ।।
- आर्द्र ( नमीयुक्त) वातावरण जठराग्नि को मंद कर देता है।