जन्मा हुआ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सत्य गौतम अभावों की कोख से जन्मा हुआ और जीवन के घावों को ढोने वाला एक ऐसा बदनसीब इंसान है जिसे किसी से प्यार के बोल सुनने नसीब न हुए , न आज न पहले।
- घरेलू हिंसा कोई आज जन्मा हुआ मुद्दा नहीं है मग़र कभी न कभी तो हमें कुछ तरह जागना होगा , लड़ना होगा कि हम यह कुरुती समाज से हमेशा के लिए ख़तम कर सकें .
- सहजयोग- ( सह + ज = हमारे साथ जन्मा हुआ ) जिसमें हमारी आन्तरिक शक्ति अर्थात कुण्डलिनी जागृत होती है , कुण्डलिनी तथा सात ऊर्जा केन्द्र जिन्हैं चक्र कहते हैं , जो कि हमारे अन्दर जन्मसे ही विद्यमान हैं।
- अधिकांशतः लोगों में यह भ्रम भी उत्पन्न कर दिया जाता है कि मूल नक्षत्र में जन्मा हुआ बच्चे पर बहुत भारी रहेगा अथवा माता , पिता , परिजनों आदि के लिए दुर्भाग्य का कारण बनेगा अथवा अरिष्टकारी सिद्ध होगा।
- दलितों का नेता ‘ सूरज ' ( अजय देवगन ) , जो भरी सभा में सवर्णों और ऊंचे लोगों से लोहा लेता दिखाई देता है , आखिर वह भी उसी सवर्ण परिवार में जन्मा हुआ साबित होता है .
- अभी-अभी जगा हुआ निर्याम ! सृष्टि के प्रारम्भ को प्रारुपति विस्तारती अरुणाइयाँ अछोरों तक और यह अभी अभी सधा हुआ आयाम शिखरों को परसने जा रहा है- साक्षी है सूरजमुखी ! यह सब बड़ी प्रतीक्षाबाद अभी-अभी जन्मा हुआ परिणाम ! -
- लेकिन इस फिल्म में भी शीबा असलम का वही प्रश्न जोर मारता है कि आखिर दलित को सबल दिखाने से परहेज क्यों है फिल्मों को ? दलितों का नेता ‘सूरज' (अजय देवगन), जो भरी सभा में सवर्णों और ऊंचे लोगों से लोहा लेता दिखाई देता है, आखिर वह भी उसी सवर्ण परिवार में जन्मा हुआ साबित होता है.
- आदरणीया डॉक्टर रंजना गुप्ता जी , अच्छी कविता के लिए बधा ई.य े पंक्ति विशेष है - ” जल चुका है जो प्रलय की आग में ! मैं उसी की राख़ से जन्मा हुआ नवगीत हूँ ! सुनो , मैं , दीप हूँ !!!! ” दीपावली की बधाई मिली . आप को और आप के समस्त परिवार को दीपावली की बहुत-बहुत बधा ई.
- उसमें भाषा के प्रति गुलाम मानसिकता एवं तुच्छ भाव पर प्रहार करते हुए अज्ञेय लिखते हैं- दिल्ली में हिंदी का स्थान वही है जो कि ' राजधानी' में एक 'वेर्नाक्युलर' का होता है ,वेर्ना, घर में जन्मा हुआ दास, दास-पुत्र' तो यही वह जल-वायु है जिसे पी कर और जिस से ंिसच कर दिल्ली की हिंदी पलेगी, बढ़ेगी और फल देगी- जैसा भी फल...
- जो इधर उधर सर्वत्र ज्यादा काम मात्र में बिखरा है ! जैसे अज्ञानके महासागर में कोई ज्ञान !अन्धकार में एक प्रकाश बूंद !और यह बूंद का फ़ैल जाना ! जेइसे एक पानी भरे ग्लास में एक स्याही की बूंद कैसे फ़ैल जाती है !वैसे ही आत्मा का फ़ैल जाना है ! जैसे पेड़ की डाल ! भगवन बुध्ध का जन्मा हुआ तब वो सिध्धार्थ थे ।