जरत्कारु का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वे कवि हैं , उनके दो कवितासंग्रह ' जरत्कारु ' और ' खुले में आवास ' प्रकाशित हो चुके हैँ , तीसरा ' बसाव ' जल्दी ही आने वाला है ( अब आ गया है -सं . ) ।
- वे कवि हैं , उनके दो कवितासंग्रह ' जरत्कारु ' और ' खुले में आवास ' प्रकाशित हो चुके हैँ , तीसरा ' बसाव ' जल्दी ही आने वाला है ( अब आ गया है -सं . ) ।
- आज उनके बारे में ' जरत्कारु' और 'विष्णुप्रिया' जैसी विलक्षण कविताएं लिखने वाले, अपने भाषिक संस्कारों में मेरे भी बहुत प्रिय रहे कवि कमलेश जी ने उन पर लिखते लिखते कुछ हिचकिचाहट दिखाई है।.. मैं उस 'हिचक' को थोड़ा-सा गाढ़ी स्याही से उभारते हुए लिखना चाहता हूं कि यह स्वीकारने में अब कोई हिचक या संकोच नहीं होना चाहिए कि संस्कृति और साहित्य के निर्धारित समय और जगह में अशोक वाजपेयी निस्संदेह 'युग-पुरुष' ही हैं।
- आज उनके बारे में ' जरत्कारु' और 'विष्णुप्रिया' जैसी विलक्षण कविताएं लिखने वाले, अपने भाषिक संस्कारों में मेरे भी बहुत प्रिय रहे कवि कमलेश जी ने उन पर लिखते लिखते कुछ हिचकिचाहट दिखाई है।.. मैं उस 'हिचक' को थोड़ा-सा गाढ़ी स्याही से उभारते हुए लिखना चाहता हूं कि यह स्वीकारने में अब कोई हिचक या संकोच नहीं होना चाहिए कि संस्कृति और साहित्य के निर्धारित समय और जगह में अशोक वाजपेयी निस्संदेह 'युग-पुरुष' ही हैं।
- आज उनके बारे में ' जरत्कारु' और 'विष्णुप्रिया' जैसी विलक्षण कविताएं लिखने वाले, अपने भाषिक संस्कारों में मेरे भी बहुत प्रिय रहे कवि कमलेश जी ने उन पर लिखते लिखते कुछ हिचकिचाहट दिखाई है।.. मैं उस 'हिचक' को थोड़ा-सा गाढ़ी स्याही से उभारते हुए लिखना चाहता हूं कि यह स्वीकारने में अब कोई हिचक या संकोच नहीं होना चाहिए कि संस्कृति और साहित्य के निर्धारित समय और जगह में अशोक वाजपेयी निस्संदेह 'युग-पुरुष' ही हैं।
- आज उनके बारे में ' जरत्कारु' और 'विष्णुप्रिया' जैसी विलक्षण कविताएं लिखने वाले, अपने भाषिक संस्कारों में मेरे भी बहुत प्रिय रहे कवि कमलेश जी ने उन पर लिखते लिखते कुछ हिचकिचाहट दिखाई है।.. मैं उस 'हिचक' को थोड़ा-सा गाढ़ी स्याही से उभारते हुए लिखना चाहता हूं कि यह स्वीकारने में अब कोई हिचक या संकोच नहीं होना चाहिए कि संस्कृति और साहित्य के निर्धारित समय और जगह में अशोक वाजपेयी निस्संदेह 'युग-पुरुष' ही हैं।