जरत्कारू का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बृहदारण्यकोपनिषद के दूसरे ब्राह्मण में जरत्कारू के पुत्र आर्तभाग और ऋषि याज्ञवल्क्य के मध्य शास्त्रार्थ होता है आर्तभाग ऋषि याज्ञवल्क्य से पूछते हैं हे ऋषिवर ग्रहों व अतिग्रहों की संख्या कितनी होती है तथा कौन-कौन से हैं .
- इसके दूसरे ब्राह्मण में जरत्कारू के पुत्र आर्तभाग व ऋषि याज्ञवल्क्य के मध्य हुए शास्त्रार्थ को प्रस्तुत किया गया है तथा अन्य ब्राह्मण भी इसी यज्ञ के संबंधित हैं जहां सभी योग्य ऋषि मौजूद होते हैं इस अध्याय में तत्व दर्शन का बोध होता है .
- इस तरह मेरठ जिले में ही पिलोखड़ी का तालाब , लुप्त् नवचण्डी ताल, लुप्त् सरोवर, श्रीराम ताल, पक्का तालाब, दुर्वासा ताल, गंधारी तालाब, कौशिकी तालाब, जरत्कारू ऋषि का तालाब, जाटों का तालाब, बूढ़ी गंगा झील, शहजहांपुर का तालाब, नंगली ताल, गंगाल तालाब, सेठों का तालाब, करनावाल का तालाब आदि अपना स्वर्णिम इतिहास समेटे हुए दुदर्शा की गाथाएं कह रहे हैं ।
- हरिद्वार के निकट माता मनसा देवी के मदिंर के बारे यह दंत कथा प्रसिद्घ है कि यह मनसा देवी तो नागराज या वासुकी की बहिन , महर्षि कश्यप की कन्या व आस्तिक ऋषि की माता तथा जरत्कारू की पत्नी है , जिसने पितरों की अभिलाषा एवं देवताओं की इच्छा एवं स्वयं अपने पति की प्रतिज्ञा को पूर्ण करने तथा सभी की मनोकामना पूर्ण करने के लिए वहां अवतार धारण किया था , सभी की मनोकामना पूर्ण करने के कारण अपने पति के नाम वाली जरत्कारू का नाम भक्तों में मनसा देवी के रूप में प्रसिद्घ हो गया।
- हरिद्वार के निकट माता मनसा देवी के मदिंर के बारे यह दंत कथा प्रसिद्घ है कि यह मनसा देवी तो नागराज या वासुकी की बहिन , महर्षि कश्यप की कन्या व आस्तिक ऋषि की माता तथा जरत्कारू की पत्नी है , जिसने पितरों की अभिलाषा एवं देवताओं की इच्छा एवं स्वयं अपने पति की प्रतिज्ञा को पूर्ण करने तथा सभी की मनोकामना पूर्ण करने के लिए वहां अवतार धारण किया था , सभी की मनोकामना पूर्ण करने के कारण अपने पति के नाम वाली जरत्कारू का नाम भक्तों में मनसा देवी के रूप में प्रसिद्घ हो गया।