जसुदा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- रोम-रोम दोहरा रहा है श्याम-श्याम आज , बन में पपीहा जैसे बोलता पिया-पिया सारा खेद , सारी पीर , अँखियों का सारा नीर , मोहन कि एक मुस्कान में भुला दिया नेह का ये तीर कब भावना के पार हुआ , आज तक इसको समझ न सका हिया माखन चुराने वाले जसुदा के लाडले ने , जाने किस पल मेरे मन को चुरा लिया
- उद्धो , रुका पास में आकर बुलाया नंद बाबा को जाकर उनको अपना परिचय करवाते कान्हा का संदेस सुनाते वो चुपचाप ही सुन रहे थे सुन कर कुछ भी न बोले थे न खुशी न गम ही जतलाया थोड़ा उद्धो का मन भर आया देखी जो उसने माँ जसुदा उद्धो का मन भी भर गया था देखी जो राधा की सूरत वो लगी थी पत्थर की मूरत साहस नहीँ वह कुछ जाके कहे वह क्या कहे? और कैसे कहे?