जाजलि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसी प्रकार तुलाधार वणिक और जाजलि ब्राह्मण का संवाद महाभारत के शांतिपर्व में आता है जिसमें ब्राह्मण को बनिये ने ज्ञानोपदेश किया है।
- एक बार जब वे पक्षी उडने के बाद एक महीने तक वापस नहीं लौटे तब भी जाजलि ऋषि ज्यों के त्यों खड़े रहे।
- जब जाजलि ने तुलाधार से सिद्धि प्राप्त करने का तरीका पूछा तो तुलाधार ने उन्हें विनम्रतापूर्वक बताया , 'ऋषिवर! मैं मद्य तथा अन्य निंदनीय पदार्थ नहीं बेचता।
- परम तपस्वी जाजलि को यह जानकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि काशी में रहने वाला व्यापारी तुलाधार उनसे कहीं अधिक धार्मिक और बड़ा सिद्ध पुरुष माना जाता है।
- परम तपस्वी जाजलि को यह जानकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि काशी में रहने वाला व्यापारी तुलाधार उनसे कहीं अधिक धार्मिक और बड़ा सिद्ध पुरुष माना जाता है।
- जाजलि को तब और भी आश्चर्य हुआ जब तुलाधार ने उन्हें उठकर प्रणाम किया , उनकी तपस्या , उनके गर्व तथा आकाशवाणी की बात भी बता दी।
- जब जाजलि ने तुलाधार से सिद्धि प्राप्त करने का तरीका पूछा तो तुलाधार ने उन्हें विनम्रतापूर्वक बताया , ऋषिवर ! मैं मद्य तथा अन्य निंदनीय पदार्थ नहीं बेचता।
- फिर आगे बढ़ कर बड़ी प्रसन्नता के साथ उन्होंने जाजलि का स्वागत करते हुए कहा , ‘‘ आप मेरे पास आ रहे हैं यह बात मुझे मालूम हो गई थी।
- मुझे लगता है अपने दायित्व को ईमानदारी से निभाना , हरेक मनुष्य का सम्मान करना और उसे सुख पहुंचाने का प्रयत्न ही सबसे बड़ी साधना है।' जाजलि तुलाधार का आशय समझ गए।
- महाभारत में जाजलि और तुलाधार के संवाद में तुलाधार जाजलि से कहना है हे महामुने ! जो बुद्धिमान विप्रश्रेष्ठ सदा यज्ञ करते हैं , वे यज्ञ करने से ही देवलोक को प्राप्त होते हैं ।