जाति पांति का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अकेलेपन की अनुभूति तब और गहरा जाती है जब उनकी जाति पांति के विरुद्ध उंगली उठने लगती हैद्र
- ऋग्वेद तथा परवर्ती वैदिक साहित्य से स्पष्ट ज्ञात होता है कि आर्यों में जाति पांति का बन्धन नहीं था।
- स्वामी रामानन्द ने तो स्पष्ट कहा था जाति पांति पूछे नहीं कोई , हरि को भजै से हरि का होई।
- अलग होने का अर्थ लड़ाई झगड़ा करके घर छोड़ना नहीं है बल्कि इस जाति पांति से अलग होना है .
- ऋग्वेद तथा परवर्ती वैदिक साहित्य से स्पष्ट ज्ञात होता है कि आर्यों में जाति पांति का बन्धन नहीं था।
- जिससे समाज में जाति पांति , ऊच नीच से हटकर मात्र केवल हिन्दुत्व पर ऐजेण्डा को मजबूत किया जायेगा।
- मैं ऐसे व्यक्ति को वोट दूंगा जो जीतने के बाद जाति पांति भुलाकर जनता की समस्याओं का निराकरण कर सके।
- अब कोई भी निर्णय जाति पांति के आधार के अतिरिक्त हो ही नहीं पाता है , जो कि एक खतरनाक संकेत हैं।
- वर्णाश्रम व्यवस्था सनातन है पर जाति पांति के नाम पर बरती जाने वाली नीच और छुआछूत के लिए उसमे कोई स्थान है .
- अकेलेपन की अनुभूति तब और गहरा जाती है जब उनकी जाति पांति के विरुद्ध उंगली उठने लगती हैद्र धूत कहौ अवधूत कहौ रजपूत कहौ।