जानाँ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- फ़राज़ की शायरी ग़में दौराँ और ग़में जानाँ का एक हसीन संगम है।
- यह ना जानूँ मैं जानाँ के क़ाबिल हूँ या नहीं / विनय प्रजापति 'नज़र'
- तेरे चेहरे का जानाँ कुछ ऐसा जादू छा गया मेरे चादँ को देख कर . .
- शोर करती हर तरफ फिरती तुम्हारी याद जानाँ और सन्नाटे में डूबी गर्मियों की वो दोपहरी
- कितना आसाँ था तेरे हिज्र में मरना जानाँ फिर भी इक उम्र लगी जान से जाते-जाते
- कयों ना तुमको भी सताती , गर्मियों की वो दुपहरी शोर करती हर तरफ फिरती तुम्हारी याद जानाँ
- उनका कहना है : ‘‘ फ़राज़ की शायरी ग़में दौराँ और ग़में जानाँ का एक हसीन संगम है।
- गर्दिशे किस्मत से हम मायूस होकर ऐ ' रस ा', कूचए जानाँ में मिस्ले आस्माँ फिर कल चले ।
- वरना इक वक्फा ही तो गुज़रा है अभी तो तुमको ठीक से मैंने अलविदा भी नहीं कहा जानाँ
- कसैलापन जाता ही नहीं और मैं आदी हो चुकी हूँ अब . .......... तुम्हारे कसैलेपन की ...... जानाँ !!!!!!!!