जेंदावेस्ता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भारोपीय स्तिग , ईरानी स्तिज , संस्कृत की तिज , तिग और जेंदावेस्ता की तिघ् धातुओं में धार , तीक्ष्णता वाले अर्थों का विकास तिग्म , तेग , स्टिक जैसे शब्दों मे हथियार के रूप में हुआ ।
- वैदिक और जेंदावेस्ता साहित्य से यह स्ष्ट हो चुका है कि इंडो-ईरानी और भारोपीय भाषा परिवार में ऋ-री जैसी ध्वनि में बुनियादी तौर पर गति , प्रवाह का भाव रहै है और ऐसे शब्दों की एक लम्बी फेहरिस्त तैयार की जा सकती है जिनमें न सिर्फ राह, रास्ता, दिशा, आवेग, वेग, भ्रमण, चक्र, गति, भ्रमण जैसे आशय छुपे हैं बल्कि इनसे नमी, रिसन जैसे अर्थों का द्योतन भी होता है ।
- वैदिक और जेंदावेस्ता साहित्य से यह स्ष्ट हो चुका है कि इंडो-ईरानी और भारोपीय भाषा परिवार में ऋ-री जैसी ध्वनि में बुनियादी तौर पर गति , प्रवाह का भाव रहै है और ऐसे शब्दों की एक लम्बी फेहरिस्त तैयार की जा सकती है जिनमें न सिर्फ राह , रास्ता , दिशा , आवेग , वेग , भ्रमण , चक्र , गति , भ्रमण जैसे आशय छुपे हैं बल्कि इनसे नमी , रिसन जैसे अर्थों का द्योतन भी होता है ।