ठिठुरना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- छाती में उतर आए कि लिख सको एक दहकती हुई चीख कि चटकने लगे सन्नाटों के बर्फ टूट जाए कड़ाके की नीन्द जाग जाए लिहाफों में सिकुड़ते सपने और मौसम ठिठुरना छोड़ तुम्हारे आस पास बहने लगे कल-कल गुनगुना पानी बनकर पूछो उससे क्या वह आएगा ?
- अखिलेश कटियार , सुमेर सिंह, जय शंकर गुप्ता ने कहा कि संस्था के लोगों ने तो अपने स्वयं के माध्यम से सिर्फ 64 महिला व पुरुषों को स्वेटर दिए, पर यदि समाज के धनी वर्ग इस कार्य में आगे आएं तो गरीबों को सर्दी में ठिठुरना न पड़े।
- लुधियाना . राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रमसा) और सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले एक माह से कलम छोड़ हड़ताल पर हैं, लेकिन उनकी इस हड़ताल से चाहे पंजाब सरकार नींद से नहीं जाग रही, लेकिन प्राइमरी स्कूलों में पढने वाले स्टूडेंट को जरूर ठंड में ठिठुरना पड़ रहा है।
- लुधियाना . राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रमसा) और सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले एक माह से कलम छोड़ हड़ताल पर हैं, लेकिन उनकी इस हड़ताल से चाहे पंजाब सरकार नींद से नहीं जाग रही, लेकिन प्राइमरी स्कूलों में पढने वाले स्टूडेंट को जरूर ठंड में ठिठुरना पड़ रहा है।
- सूरज , चाँद और तारे आसमान में अभी अभी हो गया खून सूर्य का देखो चारों तरफ खूनी लाली छा गई है सितारों की पुलिस सारे गगन पर छा गई है , थोडी देर में पकड़ लिया गया खूनी को , खूनी था चाँद रात की अदालत में , कुछ तारों की वकालत में सजा दे दी गई , चाँद को रात भर ठण्ड में ठिठुरना होगा , और हर सुबह दुनिया के जिन्दा होते ही तुझे मरना होगा
- यह स्तिथि तब पैदा होती है , जब ऐसे वाहन से सफ़र कर रहे हों, जिनमें हवा बहुत तेज लग रही हो और शरीर को गर्म रखने के साधन न हों / ऐसी परिस्तिथि हो, जहां शरीर को गर्म रखने के कोई उपाय न हों और ठन्डक में कई घन्टॊं तक बैठना पडे या रात में सोना पडे़ / रात में सोते समय शरीर को गर्म रखने के लिये रजाई जैसे साधन न हों और रात भर ठिठुरना पडे़ /
- यह स्तिथि तब पैदा होती है , जब ऐसे वाहन से सफ़र कर रहे हों , जिनमें हवा बहुत तेज लग रही हो और शरीर को गर्म रखने के साधन न हों / ऐसी परिस्तिथि हो , जहां शरीर को गर्म रखने के कोई उपाय न हों और ठन्डक में कई घन्टॊं तक बैठना पडे या रात में सोना पडे़ / रात में सोते समय शरीर को गर्म रखने के लिये रजाई जैसे साधन न हों और रात भर ठिठुरना पडे़ /