तंद्रिल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सरयू-पुल पर खड़ा हूँ | कुछ दिख रहा है , कुछ देख रहा हूँ | और नयन के डोरों में पिरो रहा हूँ - निसर्ग की तंद्रिल छवि-छटा को , अयोध्या की पावन प्रभा को , उसके प्राणद प्राण को , उसकी सजलता-तरलता को , उसकी सुसरिता को या दूसरी अयोध्या को | मन न जाने कैसा हो चला है !
- -डॉ॰ जगदीश व्योम रात की मुठ्ठी वक्त का आखेटक घूम रहा है शर संधान किए लगाए है टकटकी कि हम करें तनिक सा प्रमाद और , वह दबोच ले हमें तहस नहस कर दे हमारे मिथ्याभिमान को पर आएगा सतत नैराश्य ही उसके हिस्से में क्यों कि हमने पहचान ली है उसकी पगध्वनि दूर हो गया है हमसे हमारा तंद्रिल व्यामोह हम ने पढ़ लिए हैं समय के पंखों पर उभरे पुलकित अक्षर जिसमें लिखा है कि- आओ! हम सब मिल कर खोलें, रात की मुठ्ठी को जिसमें कैद है समूचा सूरज।