तश्नगी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- तश्नगी के भी मुक़ामात हैं क्या क्या यानी कभी दरिया नहीं काफ़ी , कभी क़तरा है बहुत
- आपकी आँखों में मुझ को मिल गई है ज़िंदगी सहरा-ए-दिल में कोई बाक़ी रही ना तश्नगी
- आपकी आँखों में मुझ को मिल गई है ज़िंदगी सहरा-ए-दिल में कोई बाक़ी रही ना तश्नगी
- वह अपनी क़ुरआनी तुकबंदी को क़ल्बी सुकून के लिए सुनना चाहते हैं न कि जेहनी तश्नगी की खातिर .
- मुझे लगता है मेरी प्यास हद से बढ़ गयी वरना नदी का ज़िक्र क्यों करती है अक्सर तश्नगी मुझसे
- वह अपनी क़ुरआनी तुकबंदी को क़ल्बी सुकून के लिए सुनना चाहते हैं न कि जेहनी तश्नगी की खाति र .
- तरस गए शब नींद को तश्नगी से लब तरस गए नाखुदा ने पुकार भी कि कई अब्र फिर भी बरस गए
- अब तो बाज़ आ तश्नगी से ये इक दिन मौत से सौदा करेगी ज़रा हुशियार रहना ज़िन्दगी से अँधेरी रा त . .
- समंदर और तश्नगी को साथ- साथ रख कर क़यामत बरपा कर दी है आपने जनाब अकेला मिसरा ही कामयाब बन पडा है और . ..
- मेरे दिल में हैं कितने गम दोस्तों अब सुनाये तुम्हे क्या हम दोस्तों यूँ तो बरसीं शहर में बरसातें बहुत तश्नगी फिर भी हुई ना कम दोस्तों . ..