तहबंद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हज़रत इब्ने अब्बास रज़ि . कहते हैं कि जब रसूलूल्लाह सल्ल. कंघी करचुके, तेल डाल चुके और आपने और सहाबा ने तहबंद और चादरें पहन लीं, तो आपमदीना से तशरीफ़ ले चले और जाफ़रानी रंग की चादर के सिवा जिस का रंग छूटकर बदन को लगता है और किसी तरह के तहबंद या चादर पहनने से मना नहींफ़र्माया, सुबह को ऊंटनी पर सवार होकर जुलहुलैफ़ा के मक़ाम से जाग करपहुंचे, वहां पहुंच कर आपने और सहाबा रजि.
- पहली बात की ओर नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने अपने इस कथन के द्वारा संकेत किया है , ” मेरा उदाहरण और तुम्हारा उदाहरण उस आदमी की तरह है जिस ने आग रौशन किया , तो पतिंगे और झींगर उस में गिरने लगे , और वह उन्हें उस से हटा रहा है , और मैं तुम्हारी कमर ( तहबंद और पैजामा बांधने की जगह ) पकड़ कर आग से दूर कर रहा हूँ और तुम मेरे हाथ से छूट कर भाग रहे हो।
- चुनाँचि पानी से भरा एक बर्तन लाया जाये और संदिग्ध आदमी उसमें अपनी हथेली डाले , फिर कुल्ली करे और बर्तन में थूक दे , और बर्तन में अपना चेहरा धोये , फिर अपना बाँया हाथ डाले और अपने दाहिने घुटने पर बर्तन ही में पानी डाले , फिर अपना दाहिना हाथ डाले और अपने बायें घुटने पर पानी डाले , फिर अपना तहबंद धोये , फिर बुरी नज़र से पीड़ित आदमी के सिर पर उसके पीछे से एक बार में उँडेल दिया जाये।
- आज मैं अकेला खड़ा था जो तुमने जड़ा था मेरे माथे पर मेरे होठों पर सुतवा सजा है हमारे रिश्ते का महकता जेवर है वही कलेवर है दहकता तेवर है शरारों में तहबंद रिश्ते न भर पाए , न रहे रीते हम रहे खाली अपने खामखयाली सपने देखते रहे और सोचते थे कितने बसंत आये कितने बसंत गए हम पलाश की तरह जले रेत घड़ी की तरह सरकता रहा पल-पल जीवन क्षितिज के पार फैला था सन्नाटा मैं पागलों की तरह रहा बडबडाता वह चुंबन था या चिकोटी ??