त्रोटक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- औषध , यन्त्र , मन्त्र , त्रोटक आदि अनेक उपाय किये गये , किन्तु घटने के बदले रोग दिनोंदिन बढ़ता ही जाता था।
- औषध , यन्त्र , मन्त्र , त्रोटक आदि अनेक उपाय किये गये , किन्तु घटने के बदले रोग दिनोंदिन बढ़ता ही जाता था।
- इनके अतिरिक्त प्रहर्षिणी , मालिनी, औपच्छंदसिक, वंशस्थ, वैतालीय, अश्वललित, नंदन, पृथ्वी, रुचिरा, नर्कुटक, तनुमध्या, त्रोटक, द्रुतविलंबित, प्रमिताक्षरा, प्रहरणकलिका, मंदाक्रांता, शार्दूलविक्रीड़ित एवं स्रग्धरा का छुटपुट प्रयोग दिखाई देता है।
- संकृत काव्यशास्त्र के अनुसार , त्रोटक एक ऐसी नाट्य विधा है , जिसमे श्रृंगारिकता अधिक मातृ में होती है और जिसके पात्रों में दैवी एवं मानुषी पात्रों का सम्मिश्रण होता है।
- संकृत काव्यशास्त्र के अनुसार , त्रोटक एक ऐसी नाट्य विधा है , जिसमे श्रृंगारिकता अधिक मातृ में होती है और जिसके पात्रों में दैवी एवं मानुषी पात्रों का सम्मिश्रण होता है।
- अतिभार रिले , अतिभार की अवस्था में, परिपथ त्रोटक का प्रवर्तित कर परिपथ को खोल देते हैं और इस प्रकार लाइन तथा उससे संबंधित साजसज्जा को अतिभार से होनेवाली क्षति अथवा हानिकारक प्रभावों से बचाते हैं।
- दोहों की और कुछ-कुछ कवित्तों ( छप्पयों) की भाषा तो ठिकाने की है, पर त्रोटक आदि छोटे छंदों में तो कहीं-कहीं अनुस्वारांत शब्दों की ऐसी मनमानी भरमार है जैसे कि संस्कृत प्राकृत की नकल की हो।
- अतिभार रिले , अतिभार की अवस्था में, परिपथ त्रोटक का प्रवर्तित कर परिपथ को खोल देते हैं और इस प्रकार लाइन तथा उससे संबंधित साजसज्जा को अतिभार से होनेवाली क्षति अथवा हानिकारक प्रभावों से बचाते हैं।
- दोहों की और कुछ-कुछ कवित्तों ( छप्पयों ) की भाषा तो ठिकाने की है , पर त्रोटक आदि छोटे छंदों में तो कहीं-कहीं अनुस्वारांत शब्दों की ऐसी मनमानी भरमार है जैसे कि संस्कृत प्राकृत की नकल की हो।
- उनके जीवनके अगणित पहलुओंको प्रकट करते समय इस त्रोटक शब्दसागरमें उनके व्यक्तित्वका संपूर्ण दिव्यतत्त्वोंका प्रदर्शन नहीं हो पाया है ! हमें ऐसा कहना चाहिए , ‘ ऊपरसे शांत परंतु भीतरसे दहकते हुए उनके जीवनके अनुभवको कथन करनेकी अपेक्षा हमें उसे स्वयं जान कर , प्रत्यक्ष अनुभव करने समान था , ' ऐसा कहना होगा ।