दग्धा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अपने ही लिए नहीं , उजाले में हाथ पैर मारनेवाली ' चिर दग्धा दुखी वसुधा ' के लिए भी यहीं नींद लानेवाली दवा लेकर आने को कवि निशा से कहता है , चिर दग्धा दुखी यह वसुधा आलोक माँगती , तब भी।
- अपने ही लिए नहीं , उजाले में हाथ पैर मारनेवाली ' चिर दग्धा दुखी वसुधा ' के लिए भी यहीं नींद लानेवाली दवा लेकर आने को कवि निशा से कहता है , चिर दग्धा दुखी यह वसुधा आलोक माँगती , तब भी।
- ज्ञान मंजरी ग्रंथ के अनुसार पौष एवं चैत्र माह में द्वितीया , ज्येष्ठ और फाल्गुन में चतुर्थी , वैशाख तथा सावन में षष्ठी , क्वार और आषाढ़ में अष्टमी , अग्रहायण और भाद्रपद में दशमी और माघ तथा कार्तिक में द्वादशी दग्धा तिथियां होती हैं।
- है ओर ( ये परोप्ता ) जो पितर दुर बहा दिए गए है तथा ( ये दग्धा ) जो जला दिए गए है ओर जो पितर जमीन के उपर हवा में रखे गए है उन सब पितरों को तू ( हविषे अत्तवे ) हवि भक्षणार्थ ले आ
- अपने खारे ऑंसू से करुणासागर को भरती और इस ' चिर दग्धा दुखी वसुधा ' को , इस निर्मम जगती को , अपनी प्रेमवेदना की कल्याणी शीतल ज्वाला का मंगलमय , उजाला देना चाहता है , वहाँ वे ऑंसू लोक पीड़ा पर करुणा के ऑंसू से जान पड़ते हैं।