दरीचा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मई 2012 को आज समाज के नियमित स्तंभ ‘ब्लॉग ' में दरीचा का आलेख
- ज़ख्म जब भी कोई जहन-ओ-दिल पेर लगा , ज़िंदगी की तरफ एक दरीचा खुला,
- हस्ती चढिये ज्ञान की सहज दरीचा डारि , स्वान रूप संसार है,भूकन दे झख मारि !-कबीर
- ये कैसी है बस्ती , ना दर, ना दरीचा हवा के बिना दम घुटता नहीं है!
- ज़ख़्म जब भी कोई ज़हने दिल पर लगा , ज़िंदगी की तरफ़ इक दरीचा खुला।
- किसके बूते में है आसमान के कैनवस पर ब्रश फेरना ? चंद रोज़ पहले एक दरीचा खुला।
- किसके बूते में है आसमान के कैनवस पर ब्रश फेरना ? चंद रोज़ पहले एक दरीचा खुला।
- दरीचा याने हमारे घर की खिड़की जहाँ से झांक कर हम हसीं लम्हों को याद करते है .
- यानी मेरठ के जिस भी सिरे पर चले जाइये इतिहास अपनी बाहें पसारे आपको अपना दरीचा खोले मिलेगा।
- निष्पाप . वह भीतर जाते कह गई , “ सोमी , और कोई दरीचा अब नहीं खुलता .. ”