दीर्घ श्वास का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ताड़ासन- दोनों हाथ उपर करके सीधे खड़े हो जायें , दीर्घ श्वास लें, हाथ ऊपर धीरे-धीरे उठाते जायें और साथ-साथ पैर की एडियां भी उठती रहे।
- ताड़ासन- दोनों हाथ उपर करके सीधे खड़े हो जायें , दीर्घ श्वास लें, हाथ ऊपर धीरे-धीरे उठाते जायें और साथ-साथ पैर की एडियां भी उठती रहे।
- एक दीर्घ श्वास छोड़कर शिष्य बोला- ' सच में गुरुदेव ! आसक्ति का मन से परित्याग किए बिना कोई भी ईश्वर में मन नहीं लगा सकता।
- ताड़ासन - दोनों हाथ उपर करके सीधे खड़े हो जायें , दीर्घ श्वास लें , हाथ ऊपर धीरे-धीरे उठाते जायें और साथ-साथ पैर की एडियां भी उठती रहे।
- ताड़ासन - दोनों हाथ उपर करके सीधे खड़े हो जायें , दीर्घ श्वास लें , हाथ ऊपर धीरे-धीरे उठाते जायें और साथ-साथ पैर की एडियां भी उठती रहे।
- महाराज ने वाणी को विराम देकर दीर्घ श्वास का पान किया , फिर बोले, 'विडंबना यह है कि प्राकृतिक परिवेश में जीना त्याग कर हमने अपने चारों ओर कृत्रिम परिवेश का जाल बुन लिया है।
- जब सूर्यास्त हो जाता है , वे भूख एवं प्यास से व्याकुल हो निराश हो जाते हैं, चिन्तित हो जाते हैं, बहुत देर तक दीर्घ श्वास छोड़ते हैं और अन्त में अपने वंशजों को कोसते (उनकी भर्त्सना करते हुए) चले जाते हैं।
- इन्हीं पितरों के आशीर्वाद से श्राद्धकर्ता को सुख , सम्पत्ति , यश एवं राज्य की प्राप्ति भी होती है परन्तु श्राद्ध नहीं करने वाले मनुष्यों के पितर अतृप्त होकर दीर्घ श्वास छोड़ते हुए श्राद्ध काल के पश्चात शाप देकर अपने लोक को लौट जाते हैं।
- जब सूर्यास्त हो जाता है , वे भूख एवं प्यास से व्याकुल हो निराश हो जाते हैं , चिन्तित हो जाते हैं , बहुत देर तक दीर्घ श्वास छोड़ते हैं और अन्त में अपने वंशजों को कोसते ( उनकी भर्त्सना करते हुए ) चले जाते हैं।
- पड़ोसिन सावित्री ने कुछ देर मौन रहकर एक दीर्घ श्वास छोड़ते हुए कहा : ‘‘ परिस्थितियों ने जीवन में दो पति तो दिए ; पर दो मन कहां से लाऊं बहन ? अब तो एक जो था वह भी पत्थर हो गया- केवल कर्त्तव्य हो गया।