दुश्चरित्रा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- स्वाँस-प्रश्वास के साथ उसीका स्मरण जैसे दुश्चरित्रा स्त्री अपने सारे गृह-कार्य करते हुये भी शाम के लिये लालयित रहती है अपने प्रेमी से मिलन का ध्यान … वही मानसिकता है उससे मिलन की प्यास उसके साथ एकात्म होने की चाहत और वही पीङा ! …. इसीमें श्रद्धा और उत्साह! … … … ..
- स्वाँस-प्रश्वास के साथ उसीका स्मरण जैसे दुश्चरित्रा स्त्री अपने सारे गृह-कार्य करते हुये भी शाम के लिये लालयित रहती है अपने प्रेमी से मिलन का ध्यान … वही मानसिकता है उससे मिलन की प्यास उसके साथ एकात्म होने की चाहत और वही पीङा ! … . इसीमें श्रद्धा और उत्साह ! … … … ..
- समाज में दुश्चरित्रा और अन्या के रूप में पहचाना जाना , तिरस्कार, अपमान और लांछना के कड़वे अनुभवों को झेलना, गर्भपात ( भ्रूण हत्या), पुरुष द्वारा उपेक्षा, उसके स्वभाव की तुर्शी तथा ओछेपन के दंश, अंततः उसकी बेवफाई के बोध से आहत होकर, प्रतिशोध में अपने को एक दूसरे पुरुष को सौंप देना, हवन कुंड की आग में अथवा वात्याचक्र के इसी बवंडर में लगातार चलने वाला मनोमंथन, आत्मालोचन और फिर इसी नयी मनोभूमि में जिन्दगी को उसके बड़े अर्थों तथा बड़े सरोकारों के साथ पाना और इस पाने का संतोष - बहुत कुछ है इस इतिवृत्त में।